Thursday, January 10, 2019



       _*नेमतों पर शुक्र अदा करने का अजर*_
―――――――――――――――――――――

_*📚हदीस : अनस बिन मलीक (रजी अल्लाहु अन्हु) रिवायत है की रसुलल्लाह (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) ने फरमाया :*_

_*"बेशक अल्लाह तआला बंदो से सिर्फ इतनी से बात से राजी हो जाता है कि ओ खाना खाये और फिर इस पर अल्लाह का शुक्र अदा करता हुवे (अल्हमदुल्लिह) कहे और पानी पिये और फिर इस पर अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए (अल्हमदुल्लिह) कहे"..!*_

_*📕 मुस्लिम शरिफ*_

_*🌹सुब्हान अल्लाह..!*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


                _*मुनाफिको की पहचान*_
―――――――――――――――――――――

_*📚हदीस : अब्दुल्लाह! बिन उमर (रज़ीअल्लाहू तआ़ला अन्हु) ब्यान करते है की :*_

_*🌹रसुलल्लाह (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) ने फरमाया :*_

_*"चार आदते ऐसी है की जिनके अंदर भी ओ होंगी ओ मुनाफीक होगा..``*_

_*उन चार मे से अगर कोइ एक पाई जाएगी तो उसके अंदर निफाक की एक आदत होगी, यहां तक की उसे छोड़ दें।"*_

_*1)-जब बोले तो झुठ बोले।,*_
_*2)-वादा करे पुरा ना करे।,*_
_*3)-लड़े झगड़े तो गाली बाके।*_
_*4)-मुआहीदा (Deal) करे तो धोखा।,*_

_*📕 सहीह अल-बुखारी शरिफ*_

_*मुनाफिक ओ लोग होते हैं जिनके दिल ईमान से खाली है लेकीन ईमान वालो को धोखा देने के लिए मुंह से (जुबानी तौर पर) ईमान का दिखावा करते हैं।।*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


_*अल्लाह तआला भी तुम से मुहब्बत करता है*_
―――――――――――――――――――――

_*🌹हज़रत अबु हुरैरा (रज़ीअल्लाहू तआ़ला अन्हु) से रिवायत है की :*_

_*"रसुलल्लाह (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) ने इरशाद फ़रमाया : एक आदमी अपने (मुसलमान ) भाई से मुलाकात के लीए दुसरे गांव के तरफ़ गया।*_

_*🕋अल्लाह सुभानहु वा'ताला ने रास्ते में एक फ़रिश्ता को (इन्शानी शक्ल व सुरात में ) खड़ा कर दिया, ज़ब ओ आदमी वहां पहुंचा तो उस फ़रिश्ते ने पुछा : कहां जा रहे हो ? ओ कहने लगा इस बस्ती मे मेरा एक भाई है ,मैं उस से मुलाकत के लिए जा रहा हु।*_

_*फ़रिशते ने पुछा : क्या उस आदमी का तुम्हारे उपर कोइ एहसान है? ज़िसका बदला चुकाने के लिए तुम उस के पास जा रहे हो? कहने लगा : नही, उस का मेरे उपर कोई एहसान नही है मैं तो उस से अल्लाह के लिए मुहब्बत करता हु।*_

_*फ़रिशता कहने लगा; मुझे अल्लाह की तरफ़ से ये बताने के लिए भेज़ा गया है के अल्लाह तआला भी तुम से मुहब्बत करता है ज़िस तरह तुम अल्लाह के लिए अपने भाई से मुहब्बत करते हो।*_

_*📕 सही मुस्लिम, Vol- 6, हदीस 6549*_

_*🌹सुब्हान अल्लाह*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


      _*बहन या बेटी की परवरिश का सिलाह*_
―――――――――――――――――――――

_*📚हदीस : नबी-ए-करिम (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने इरशाद फरमाया :*_

_*"जिस (मुस्लमान) ने अपनी एक भी लड़की या बहन की परवरिश की और उसे सराई अदब सिखाया, उसे प्यार व मुहब्बत से पेश आया और उनकी शादी (निकाह) करवा दी तो अल्लाह तआला उसे जन्नत मे दाखिल करेगा"*_

_*📕 अबु दाऊद, जिल्द-3, बाब-578, हदीस-1706, सफा-617*_

_*📚हदीस : नबी-ए-करिम (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने इरशाद फरमाया :*_

_*"जो (मुस्लमान) लोग अपनी बच्चीयों को प्यार व मुहब्बत से परवरिश करेगें तो ओ बच्चीयां उनके लिये जहन्नम से आड़ (दिवार) बन जाएगी"*_

_*📕 तिर्मिजी शरिफ, जिल्द-1, बाब-1279, हदीस-1980, सफा-901*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


_*🤲🏻 Namaze Jumu'ah Se Pahle Padhe*_
―――――――――――――――――――――

_*🌹Amirul Mumineen Hazrate Sayyiduna Aliyyul Murtuza Shere Khuda كرم الله تعالي وجهه الكريم Farmate Hai :*_

_*Jo Koi Shabe Qadr Me Suratul Qadr Saat Baar Padhta Hai Allah عزوجل Use Har Bala Se Mahfooz Farma Deta Hai Aur Sattar Hazar (70,000) Firishte Uske Liye Jannat Ki Dua Karte Hai,*_

_*Aur Jo Koi (Saal Bhar Me Jab Kabhi) Jumu'ah Ke Roz Namaze Jumua Se Qabl Teen Baar Padhta Hai Allah عزوجل Us Roz Ke Tamam Namaz Padhne Walo Ki Taadaad Ke Barabar Nekiya Likhta Hai.*_

_*📕 Nuzhatul Majalis, Safha 224,  Jild 1*_

_*Aap bhi Jumu'ah Ki Namaz Se Pahle Padh Le Aur Dhero Nekiya Hasil Karen..*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━

Saturday, January 5, 2019



    _*जो शख्स नमाज पाबन्दी से अदा करेगा*_
―――――――――――――――――――――

_*📚हदीस : रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम)  ने फरमाया :*_

_*"जो शख्स नमाज पाबन्दी से अदा करेगा तो ये उसके लिए क्यामत के दिन नुर होगी, (इसके इमान और अल्लाह से इसकी वफादारी) दलील होगी।, और जहन्नम से नेजात का सबब बन जाएगी।*_

_*और जो शख्स नमाज की पाबन्दी नही करेगा तो नमाज उसके लिए रौशनी दलील और निजात का सबब नही बनेगी और वह क्यामत के दिन करून हमाऑ और ओबई बिन खलफ के साथ होगा।*_

_*📕 अहमद, हदीस-6576*_

_*✒मुहम्मद अरमान गौस*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


    _*भाई के लिए गैबाना दुआ कबुल होती हैं।*_
―――――――――――――――――――――

_*📚हदीस : अबु दर्दा (रजी अल्लाहु अन्हु)  से रिवायत है की :*_

_*🌹रसुलल्लाह (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) ने फरमाया :*_

_*"किसी मुस्लमान की अपने भाई के लिए गैबाना दुआ कबुल होती हैं।,*_

_*उसके पास एक फरिश्ता है जिसकी ये जिम्मेदारी होती है की जब ओ अपने किसी भाई के लिए (गैबाना) कोई अच्छी दुआ  करे तो ओ फरिश्ता कहता है की :*_

_*"तेरी ये दुआ अल्लाह कबुल करे और तेरे लिए भी ऐसी तरह की खैर अता फरमायें"*_

_*📕 मुस्लिम शरिफ*_

_*📝सबक : लिहाजा अपने तमाम भाई-बहनो के लिए हमेशा दुआ करें, की इसमे हम सब के लिए खैर ही खैर है..!*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


          _*दुसरों के ऐब छुपाने का सवाब*_
―――――――――――――――――――――

_*📚हदीस : रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने इरशाद फरमाया :*_

_*"जो आदमी किसी मुस्लमान के ऐब को देख ले और फिर उसे छुपाये।,*_

_*तो इसे अल्लाह तआला ज्यादा सवाब अता करेगा।,*_

_*जैसे जिन्दा दफनायी बच्ची को कब्र से निकाल कर उसकी परवारिश करे और उसकी जिन्दगी का समान कर दे।,"*_

_*📕 मिश्कात 2-424*_

_*✒मोहम्मद अरमान गौस*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


   _*भाई के सामने मुस्कुरा देना भी सदका है*_
―――――――――――――――――――――

_*📚हदीस : हजरते अबु जर गिफारी (रजी अल्लाहु अन्हु सै रिवायत है की :*_

_*🌹रसुलल्लाह! (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) ने फरमाया के :*_

_*"अए इमान वालो! तुम्हारा अपने भाई के सामने मुस्कुरा देना सदका है, भलाई का हुक्म देना सदका और बुराई से रोक देने भी सदका है।, किसी राह भटके को राह दिखाना भी तुम्हारे लिए एक सदका है।...!*_

_*📕 तिर्मिजी शरिफ*_

_*✒मुहम्मद अरमान गौस*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


  _*अल्लाह व उसके रसूल के वादे का लिहाज*_
―――――――――――――――――――――

_*जब लोग अल्लाह और उसके रसूल (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) के वादे का लिहाज नहीं करेंगे*_

_*📚हदीस: नबी-ए-करीम (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) फरमाते है :*_

_*“जब लोग अल्लाह और उसके रसूल के वादे का पास (लिहाज) नहीं करेंगे , तो अल्लाह उनपर बैरुने दुश्मन को तसल्लुद कर देता है, और वो (बैरुने दुश्मन) इनकी सरवत का एक हिस्सा इनसे छीन लेता है |”*_

_*📕 सुनन इब्न माजा, हदीस 3262*_

_*आज आलमे इंसानियत का यही हाल है के –*_

_*नौउज़ुबिल्लाह! हमने अल्लाह और उसके रसूल (सलाल्लाहु अलैही वसल्लम) की इतनी नाफ़रमानी की है के अल्लाह ने हमपर ऐसे बैरुने दुश्मन को तसल्लुद किया के –*_

_*– “कमाते हम है, तेल हम निकालते है लेकिन उसका भाव बैरुने मुल्क में बैठकर कोई और तय करता है,..*_

_*– हमारे रुपये (Currency) का भाव वो तय करते है के डोलर के मुकाबले में आज कितना होगा ,..”*_

_*इसीको Capitalism कहते है जिसमे इंसानों पर सीधे हुकूमत नही किया जाता लेकिन पूरा Finance अपने कंट्रोल में रखा जाता है*_

_*तो ये होता है जब ईताअते-रसूल छोड़ दी जाती है तब बैरुने दुश्मन को अल्लाह तसल्लुद कर देता है..!*_

_*✒मुहम्मद अरमान गौस*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


                   _*तकब्बुर करने वाला*_
―――――――――――――――――――――

_*🔥तकब्बुर करने वालों का तकब्बुर खाक मे मिला दिया जाएगा।*_

_*📚हदीस : रसुलल्लाह (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) ने इरशाद फरमाया :*_

_*"कयामत के दिन तकब्बुर करने वाले, चिटीयों की तरह आदमियों की सुरत मे उठाया जाएगा। हर तरफ से जिल्लत व रुसवाई उन्हें ढ़ाप देगी, फिर ओ लोग जहन्नम के एक कैद खाने की तरफ ढ़केला जाएगा जिसका नाम बुलस ह उनपर आग छा जाएगी और उन्हे दोजख की पिप पिलाई जाएगी जो सड़ा हुआ बदबुदार किचड़ है.!*_

_*📕 जमी अत तिर्मिधी, वो-2, हदीस-379*_

_*☝🏻अल्लाहु अकबर..!*_

_*✒मुहम्मद अरमान गौस*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


                _*अख्लाक में पाकीज़गी*_
―――――――――――――――――――――

_*जो अख्लाक के अंदर सबसे ज्यादा पाकीज़ा होगा*_

_*📚हदीस : हजरते जाबीर (रज़ीअल्लाहू तआ़ला अन्हु) ने रिवायत किया है के, रसुलल्लाह (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) ने फरमाया :*_

_*"क्यामत के दिन तुममे सबसे ज्यादा मेरा महबुब और मुझसे मेरी मजलिस मे करिब तर वह शख्स होगा जो तुममे अख्लाक के अंदर सबसे ज्यादा पाकीज़ा होगा (जिसके अख्लाक बेहतरिन होंगे) और तुममे से ओ लोग मुझे न पसन्द है*_

_*और वही क्यामत के दिन मेरी मजलिस से सबसे ज्यादा दुर होंगे जो बहुत बातुनी और चिख चिख कर बातें करते है और साथ ही साथ मुताकब्बीर (तक्कबुर करनेवाला) भी है।*_

_*📕 अवारी ऊल मा-आरिफ, सफा-384*_

_*✒मुहम्मद अरमान गौस*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━


            _*बे-शुमार अल्लाह की रहमत*_
―――――――――――――――――――――

_*बे-शुमार अल्लाह की रहमत नेक अमाल करने वालो पर*_

_*📚हदीस : हजरते अबु हुरैरा (रज़ीअल्लाहू तआ़ला अन्हु) से रिवायत है की, रसुलल्लाह! (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) ने फरमाया :*_

_*"जो किसी मुस्लमान की एक दिनी तकलिफ दुर करेगा अल्लाह तआला उसकी क्यामत की मुसीबतो मे से एक मुसीबत दुर करेगा, जो किसी मुस्लमान की पर्दा-पोशी करेगा अल्लाह तआला दुनिया और आखिरत मे उसकी पर्दा-पोशी फरमायेगा।*_

_*🕋अल्लाह सुब्हानहु तआला उस बन्दे की मदद मे रहता है जब तक बन्दा अपने भाई की मदद मे होता है,*_

_*और जो कोई इल्म की तलब मे कोई रास्ता चले तो  अल्लाह सुब्हानहु तआला उसके लिए जन्नत का रास्ता असान फरमा देता है।,*_

_*और जब कोई अल्लाह के घर (मस्जीद) मे जमा होकर अल्लाह की किताब (कुरआने पाक) की तिलावत करे और आपस मे अल्लाह की किताब को समझे और समझायें तो फरिश्ते उनको घेर लेते है और उन पर सकीना नजील होने लगता है और रहमत उनको ढ़ाप लेती है और अल्लाह उनका जिक्र अपने पास फरिश्तो मे फरमाता है। और जिसका अमाल उसको पिछे कर दे उसका नसब (खंदान) उसे आगे नही कर सकता है।*_

_*📕 सुनन इब्न मजा, वो-1, हदीस-225*_

_*✒मुहम्मद अरमान गौस*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━

Al Waziftul Karima 👇🏻👇🏻👇🏻 https://drive.google.com/file/d/1NeA-5FJcBIAjXdTqQB143zIWBbiNDy_e/view?usp=drivesdk 100 Waliye ke wazai...