_*तहरीक-ए-अमीने शरीअत (पार्ट- 19)*_
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_*🌹हुज़ुर अमीने शरीअ़त अलैहिर्रहमा के मज़ामीन का एक हसीन गुलदस्ता..!*_
_*दर्स व तदरीस : जिस जमाने मे हुज़ुर अमीने शरीअत कांकेर छत्तीसगढ़ तशरीफ लाए उस वक्त पुरी मुस्लीम अाबादी जहालत मे डुबी हुई थी.! आपने इस माहौल मे भी पुरे इस्तेक़ामत के साथ रज़ाए इलाही पर कायम रहते हुए इल्मो मारफत शम्आ रौशन की.!*_
_*आपने छत्तीसगढ़ और हिन्दुस्तान के अकसर इलाको का दौरा फरमाया जिधर गुजर जाते आबादीयां टुट पड़ती, आशीकों का हुजुम लग जाया करता..!*_
_*हुकुमत कि तारीक और घिनौनी फिज़ाओ ने बारहा आंखे दिखाई.!*_
_*लेकीन आपकी जबीनै अकदस पर किसी भी वक्त शिकन न आयी.!*_
_*आपने खुदा के भटके हुए भटके बन्दो को माअबुदे हकीकी "अल्लाह" कि वहदानियत व मारेफत कि तरफ बुलाया.! जिसकी वजह से आपको न जाने किन किन अज़ीयतों और तकलीफो का सामना करना पड़ा.!*_
_*आपने मुआसरे को आमाले हुसना की तरफ रग़बत दिलाने के लिये अपनी जिन्दगी वक्फ कर दी.!*_
*📕 مضامین امین شریعت*
_*✍🏻मुहम्मद जुनैद रज़ा अज़हरी*_
_*📮जारी रहेगा......*_
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