_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 106)*_
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_*आखिरत और हश्र का बयान*_
_*लोग पूछेगे कि आप ही बतायें कि हम किस के पास जायें वह कहेंगे कि तुम हज़रते नूह के पास जा क्यूँकि वह पहले रसूल हैं कि ज़मीन पर हिदायत के लिए भेजे गये लोग रोते पीटते मुसीबत के मारे हज़रते नूह अ़लैहिस्सलाम पास पहुंचेंगे और उन से उन की फजी़लतें बयान कर के अपनी शफाअ़त के लिए फरियाद करेंगे कि आप अपने पालनहार से हमारी शफाअ़त कर दीजिये कि वह हमारा फैसला दे लेकिन वह भी यही जवाब देंगे कि मैं इस लाइक नहीं मुझे अपनी पड़ी है तुम किसी और के पास जाओ*_
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 36*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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