_*🔘मर्द को मेहंदी लगाना हराम हैं:*_
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_*इमामे अहले सुन्नत, सय्यदी आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खाँ कादरी अलैहिर्रहमा फ़रमाते हैं..*_
*_मर्द को मेहंदी लगाना हराम हैं की औरतों से तश्बीह है और हदीस शरीफ़ में हैं की अल्लाह तआला ने उन मर्दों पर लानत फरमाईं जो औरतों से मुशाबहत (उनकी तरह अादतें) इख्तीयार करें ।_*
_*📕 फतावा रज़वीय्या, जिल्द: 24 सफ़ह: 542*_
_*📝नोट...मर्द सिर्फ बाल और दाढ़ी में मेहंदी लगा सकता है...!*_
_*✍🏻 सबक..*_
_*वहाबियों के साथ मेलजोल रखने वाले*_
_*मुशरिकों की मुशाबहत करने वाले*_
_*हराम चीज़ को घर घर पहुंचाने वाले*_
_*हराम काम को जायज़ कहने वाले*_
_*अल्लाह को ज़ालिम बादशाह से तस्बीह देने वाले*_
_*हुज़ूर ऐ अकरम सल्लाहो तआला अलैहि वसल्लम को टीवी पर लाने वाले*_
_*बदअमल सुलहकुल्ली गुस्ताख अत्तारी भी वहाबियों ओर मुशरीक़ो के साथ जाएंगे जहन्नम में*_
_*क्योंकि अल्लाह रब्बूल का इरशाद है*_
_*📕अल क़ुरआन*_
_*तुमने दुनिया मे जिससे मुशाहबत कि जिससे मुहब्बत की ओर जिसके साथ जिंदगी गुजारी तुम उन्ही में से हो..!*_
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