_*सफेद दाग - (White Stains)*_
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_*ये एक खतरनाक और मूज़ी मर्ज़ है जो आदमी के हुस्नो जमाल को तबाहो बर्बाद कर देता है, ये मर्ज़ अक्सर खून की खराबी की वजह से होता है, ये कुछ नुस्खे हैं इस्तेमाल करें इंशा अल्लाह बीमारी दूर होगी*_
_*1. चाकसू 20 ग्राम, इंजीर 20 ग्राम,बाबची 20 ग्राम, तुख्म पिंदार 20 ग्राम सबको रात में मिट्टी के बर्तन में आधे पाव पानी में भिगो दें और सुबह को नहार मुंह बग़ैर मले हुए उसको कपड़े से छान लें और उसमें 20 ग्राम शहद मिलाकर पिएं, और बची हुई बाकी चीज़ें पीसकर दागों पर लगाया जाए, इस अमल की मुद्दत 40 दिन है*_
_*📕 शम्ये शबिस्ताने रज़ा, हिस्सा 3, सफह 433*_
_*2. शहद और लहसुन मिलाकर खाने से इस मर्ज़ में काफी फायदा होता है*_
_*3. ज़रीख, तूतिया, मूली की बीज एक बराबर लेकर पीस कर उसमें ज़ैतून का तेल मिला कर दाग की जगह रगड़ कर लगाएं, इंशा अल्लाह 3 दिन से ही फ़ायदा शुरू हो जायेगा*_
_*📕 मुजर्बाते सुयूती, पेज 181*_
_*4. भैंस की चर्बी में इन्द्रानी नमक मिलाकर दाग पर मलने से जल्द ही ये दाग दूर हो जाते हैं*_
_*📕 हयातुल हैवान, जिल्द 2, पेज 31*_
_*5. बैगन पानी में पकाएं जब गल जाए तो पानी छानकर जैतून के तेल में साथ मिलकर खौलाएं जब पानी जल जाए और तेल बाकी रह जाए तो इस तेल को दागों पर लगाएं*_
_*📕 इलाजुल ग़ुरबा, सफह 170*_
_*6. सरसों के बीज को गाय के दूध में डालकर पकाएं जब दूध खोये जैसा गाढ़ा हो जाए तो बीज निकालकर धोकर सुखा लें और बारीक पीसकर 1 ग्राम रोज़ाना गाय के दूध के साथ इस्तेमाल करें*_
_*📕 कंज़ुल मुजरबात, सफह 769*_
*7. قل هو المعين يا المعروف المنان والحليم*
_*"क़ुल हुवल मोईन या माअरूफ़ुल मन्नान वल हलीम" ज़र्द रंग की रोशनाई से प्लेटों पर लिखकर दिन में 3 बार धोकर पिलायें*_
_*लिखना अरबी में ही है, पढ़ने में आ जाये इसलिये मैने हिन्दी में लिख दिया है*_
_*📕 रूहानी इलाज, सफह 42*_
_*परहेज़ - मछली, गुड़, खटाई, अंडा, चावल, दूध, दही, माश की दाल, आलू, लौकी*_
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