_*बिस्मिल्लाह शरीफ़ दुरुस्त पढे़*_
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*🌷بِسئمِ اللَّهِ الرَّحئمَنِ الرَّحِيئم🌷*
_*पढ़ने में दुरुस्त मख़ारिज से हुरूफ़ की अदाएगी लाज़िमी हैं ! और कम से कम इतनी आवाज़ भी ज़रूरी हैं कि रुकावट न होने की सूरत में अपने कानों से सुन सके !*_
_*👉🏻जल्द बाज़ी में कुछ लोग हुरूफ़ चबा जाते हैं, जान बूझ कर इस त़रह़ पढ़ना मना हैं और मा'ना फ़ासिद होने की सूरत में गुनाह !*_
_*लिहाज़ा जल्दी जल्दी पढ़ने की आ़दत की वजह से जो लोग ग़लत़ पढ़ ड़ालते हैं वो अपनी इस्लाह़ कर ले, नीज़ जहां पूरी बिस्मिल्लाह शरीफ़ पढ़ने की कोई ख़ास वजह मौजूद न हो और जल्दी भी हो तो वहां सिर्फ़ "बिस्मिल्लाह" कह ले तब भी ह़रज नही !*_
_*📕 आसान नेकियां, सफ़ह़ा-20*_
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