_*गुनाह मिटा दिये जाते है*_
―――――――――――――――――――――
_*हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया जो 100 मर्तबा "سُبْحَانَ اللّٰهِ وَبِحَمْدِهِ" (सुब्हान'अल्लाह व बेहमदिही) पढ़ता है उसके गुनाह मिटा दिये जाते है अगर्चे समुन्दर के झाग के बराबर हो।*_
_*📕 सुनन तिर्मिज़ी, 5/287*_
_*सोने का पहाड़ सदक़ा करने का षवाब हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया जिस के लिए रात में इबादत करना दुशवार हो या वो अपना माल खर्च करने में बुख्ल से काम लेता हो या दुश्मन से जिहाद करने से डरता हो तो वो कसरत से "سُبْحَانَ اللّٰهِ وَبِحَمْدِهِ" (सुब्हान'अल्लाह व बेहमदिही) पढ़ा करे क्यू की ऐसा करना अल्लाह को अपनी राह में सोने का पहाड़ सदक़ा करने से ज़्यादा मसनद है।*_
_*📕 मजमउ जवाइद 10/112*_
_*जन्नत में खजूर का दरख्त हुज़ूर ﷺ ने फ़रमाया जो "سُبْحَانَ اللّٰهِ وَبِحَمْدِهِ" (सुब्हान'अल्लाह व बेहमदिही) पढ़ता है उस के लिये जन्नत में खजूर का एक दरख्त लगा दिया जाता है।*_
_*📕 मजमउ जवाइद 10/111*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
No comments:
Post a Comment