_*तहरीक-ए-अमीने शरीअत (पार्ट- 08)*_
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_*🌹हुज़ुर अमीने शरीअ़त अलैहिर्रमा के मज़ामीन का एक हसीन गुलदस्ता..!*_
_*निकाह : आपकी शादी शरीअत के मुताबीक बड़े सादह तरीके से हुई.! आपकी अहील्या मोहतरमा के वालीद अपने वक्त के बहुत बड़े आलीमे दीन होने के साथ साथ एक वली-ए-कामील भी थे.! जिन्होने अपनी पुरी जिन्दगी दीने इस्लाम की अशाअ़त और मुस्लीम कौम की नस्लों को सवारने और सुधारने के लिये वक्फ कर दि.!*_
_*इस तरह आपका ससुराल भी एक मजहबी व इल्मी घराना था.!*_
_*सब से बड़ी बात तो ये है के हुज़ुर अमीने शरीअत का रिश्ता हुज़ुर मुफ्ती-ए-अाज़म हिन्द अलैहिर्रहमा के हसबुल-इनतेखा़ब से हुआ.!*_
_*शहज़ादगाने अमीने शरीअत : आपकी सात औलाद हुई जिन मे से दो साहबजादों का इन्तेकाल हो गया और दो साहबजादे और तीन साहबजादीयां बकायदे हयात हैं.!*_
_*1). दामादे हुज़ुर ताजुश्शरीया, काज़ी-ए-छत्तीसगढ़, हज़रत सलमान रज़ा खां साहब किबला बरैलवी.!*_
_*2). मुतर्जमए कंज़ुल ईमान, गुलामे उमर, हज़रत अल्लामा अल्हाज मुहम्मद नोमान रज़ा खां साहब किबला बरैलवी.!*_
*📕 مضامین امین شریعت*
_*✍🏻मुहम्मद जुनैद रज़ा अज़हरी*_
_*📮जारी रहेगा......*_
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