_*दो लोगो के दरमियान सुलह करा देना*_
―――――――――――――――――――――
_*📚हदीस : हुजुर-ए-अकदस (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया 👇🏻*_
_*"क्या मै तुम्हे ऐसे अमाल पर अगाह न करूं जिसका दर्जा रोजे नमाज और सदके से अफजल है।,*_
_*फरमाया! 'दो लोगो के दरमियान सुलाह*_
_*करा देना', साथ ही मे यह भी फरमाया के दो लोगो के दरमियान फसाद करना ईमान को बर्बादकर कर देता है".*_
_*📕 सुनन अबु दाऊद, किताब अल अदब, Chapter on Reconciliation. हदीस-4919*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
No comments:
Post a Comment