_*कर्ज की अदायेगी से मुंह न फेरो*_
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_*📚 हदीस : अबु हुरैरा (रजी अल्लाहु अन्हु) से रिवायत है की,रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया--*_
_*"जो लोगो का माल कर्ज के तौर पर अदा करने के नियत से लेता है तो अल्लाह तआला भी उसकी तरफ से अदा करेगा और जो कोई तबाह (वास्ते) करने की (यानी न देने की) नियत से ले तो अल्लाह तआला भी उसको तबाब कर देगा",*_
_*📕 सहीह बुखारी, वो-3, 2387*_
_*📝 सबक : लिहाजा (मजबुरन) कर्ज लो तो इस नियत से के उसे अदा (वापस) भी किया जाए, और ऐसे हम करेगें तो अल्लाह तआला हमारे कर्ज की अदाएगी मे हमारी मदद फरमायेगा और अगर ऐसा न किया और कर्ज के अदाएगी के वादे से मुखर गये तो मुमकीन है के अल्लाह तआला भी हमे तबाह कर देगा..*_
_*अल्लाह तआला हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल की तौफीक दे,..*_
_*🌹आमीन सुम्मा आमीन*_
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