_*फैज़ाने सैय्यदना अमीरे मुआविया (पार्ट- 10)*_
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_*लगभग सब जानते हैं कि हज़रत अमीर मुआविआ और उनके वालिद और वालिदा से बुग्ज़ो ईनाद सिर्फ राफज़ियों को है और अब उनके नक्शे कदम पर चलते हुए अजमेर शरीफ के राफ्जी मुजावर भी हुब्बे अली और बुग्ज़े अमीर मुआविया में अपनी राफ्ज़ियत का इज़्हार कर रहे हैं।*_
_*🌹हज़रत अमीर मुआविया अज़ीम सहाबी हैं और कातिबीने वही(वही के लिखने वाले 13 सहाबा मे से एक) हैं अल्लामा इब्ने कसीर लिखते हैं :*_
*وكتب الوحى بين يديه مع الكتاب*
_*📜तर्जुमा : अमीर मुआविया ख़ुतूत की किताबत के साथ वही की किताबत का भी काम करते थे...*_
*📕 البداية والنهاية، جلد-8،، الصفحة- {117}*
_*अगर हज़रत अमीर मुआविया की ज़ात को मजरूह किया जाये तो कुरान और हदीस पर एेतेमाद कैसे किया जा सकता है❓*_
_*जबकि लिखने वालों मे अमीर मुआविया भी हैं और अमीर मुआविया वो जिनको हुज़ूर ﷺ ने इस उम्मत का मामू फरमाया चुंकि आपकी बहन हुज़ूर ﷺ ने निकाह मे थी, आपके लिए हुज़ूर ने ये दुआ भी फरमाई :*_
*اللهم اجعله هاديا مهديا واهديه*
_*📜तर्जुमा : ऐ अल्लाह मुआविया को हिदायत देने वाला और हिदायत याफ्ता बना और इसके ज़रिये लोगों को हिदायत दे।*_
_*📕 तिर्मिजी शरीफ, जिल्द-2, पेज-224*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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