_*अल्लाह तआला भी तुम से मुहब्बत करता है*_
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_*🌹हज़रत अबु हुरैरा (रज़ीअल्लाहू तआ़ला अन्हु) से रिवायत है की :*_
_*"रसुलल्लाह (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) ने इरशाद फ़रमाया : एक आदमी अपने (मुसलमान ) भाई से मुलाकात के लीए दुसरे गांव के तरफ़ गया।*_
_*🕋अल्लाह सुभानहु वा'ताला ने रास्ते में एक फ़रिश्ता को (इन्शानी शक्ल व सुरात में ) खड़ा कर दिया, ज़ब ओ आदमी वहां पहुंचा तो उस फ़रिश्ते ने पुछा : कहां जा रहे हो ? ओ कहने लगा इस बस्ती मे मेरा एक भाई है ,मैं उस से मुलाकत के लिए जा रहा हु।*_
_*फ़रिशते ने पुछा : क्या उस आदमी का तुम्हारे उपर कोइ एहसान है? ज़िसका बदला चुकाने के लिए तुम उस के पास जा रहे हो? कहने लगा : नही, उस का मेरे उपर कोई एहसान नही है मैं तो उस से अल्लाह के लिए मुहब्बत करता हु।*_
_*फ़रिशता कहने लगा; मुझे अल्लाह की तरफ़ से ये बताने के लिए भेज़ा गया है के अल्लाह तआला भी तुम से मुहब्बत करता है ज़िस तरह तुम अल्लाह के लिए अपने भाई से मुहब्बत करते हो।*_
_*📕 सही मुस्लिम, Vol- 6, हदीस 6549*_
_*🌹सुब्हान अल्लाह*_
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