_*तहरीक-ए-अमीने शरीअत (पार्ट- 06)*_
―――――――――――――――――――――
_*🌹हुज़ुर अमीने शरीअ़त अलैहिर्रहमा के मज़ामीन का एक हसीन गुलदस्ता..!*_
_*उस्तादे मोहतरम : हुज़ुर अमीने शरीअत के उस्ताद, जिनसे आपने बाज़ाबता तालीम हासील की, वोह आसमाने इल्मो-फन के आफताबो-माहताब थे.!*_
_*किताब मे कुल तेरह आलीमो के नाम दिए गए हैं जिन मे से कुल पांच उस्तादों के नाम निचे है..!*_
_*1). उस्ताजुल ओलमा हसनैन रज़ा खां (साहब बरेली शरीफ)*_
_*2). हुज़ुर सदरुश्शरीया अल्लामा (अमजद अली आज़मी) (मुसन्नीफ बहारे शरीअत)*_
_*3). मुहद्दीसे आज़म पाकिस्तान (अल्लामा सरदार अहमद खां साहब)*_
_*4). हुज़ुर शमसुल अोलमा, (काज़ी शमसुद्दीन साहब जौनपुरी) (मुसन्नीफ कानुने शरीअत)*_
_*5). मौलाना ज़हीरुद्दीन ज़ेदी (मुस्लीम युनीवर्सिटी अलीगढ़)*_
_*इनके अलावा हुज़ुर मुफ्ती-ए-आज़म हिन्द अलैहिर्रहमा से भी वक्त ब वक्त इल्मी व रुहानी फैज़ान हासील करते रहे..!*_
_*और उलुमे दीनीया से आरास्ता हुए और इन्ही की मोहब्बतो-बरकत ने हुज़ुर अमीने शरीअत को अपना हमशबीह बना दिया.!*_
*📕 مضامین امین شریعت*
_*✍🏻मुहम्मद जुनैद रज़ा अज़हरी*_
_*📮जारी रहेगा......*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
No comments:
Post a Comment