_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 091)*_
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*आखिरत और हश्र का बयान*
*☝️( 24 ) याजूज माजूज का निकलना : - यह कह कर वे अपने तीर आसमान की तरफ फेकेंगे अल्लाह की क़ुदरत से उनके तीर खून में लिथड़े हुए गिरेंगे यह अपनी इन्ही हरकतों में मशगूल होंगे और वहाँ पहाड़ पर हज़रते ईसा अलैहिस्सलाम अपने साथियों के साथ घिरे हुए होंगे यहाँ तक कि उन के नज़दीक गाय के सर की वह हैसियत होगी जो आज तुम्हारे नज़दीक सौ अशरफियों की नहीं उस वक्त हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम अपने साथियों के साथ दुआ फ़रमायेंगे अल्लाह तआ़ला उन की गर्दनों में कोड़े पैदा कर देगा कि एक दम में वह सब मर जायेंगे याजूज माजूज के मरने के बाद जब पहाड़ से उतरेंगे तो सारी ज़मीन पर उन्हें याजूज माजूज की सड़ी हुई इतनी लाशें मिलेंगी कि एक बालिश्त जमीन भी खाली नहीं मिलेगी*
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 33*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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