_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 090)*_
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*आखिरत और हश्र का बयान*
☝️ *( 24 ) याजूज माजूज का निकलना : - जब हजरते ईसा अलैहिस्सलाम अल्लाह के हुक्म से मुसलमानों को कोहे तूर पर ले जायेंगे तो याजूज माजूज निकलेंगे यह इतने ज़्यादा होंगे कि दस मील की एक नदी या झील ‘ बूहैरये तबरीय्यापर से जब उनकी पहली जमाअ़त गुजरेगी तो जमाअ़त के लोग उस नदी या झील का पानी पीकर इस त़रह सुखा देंगे कि बाद में आने वाली दूसरी जमाअ़त यह कहेगी कि यहाँ कभी पानी था यह याजूज माजूज जब दुनिया में क़त्ल और ग़ारत से फुरसत पायेंगे तो कहेंगे कि ज़मीन वालों को तो क़त्ल कर चुके अब आसमान वालों को भी कुत्ल किया जाये*
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 32 33*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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