_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 087)*_
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*आखिरत और हश्र का बयान*
☝️ *( 22 ) हज़रते ईसा अलैहिस्सलाम का दौर : - सारी दुनिया में एक ही दीन इस्लाम और एक ही मजहब मजहबे अहल - ए - सुन्नत होगा बच्चे सॉप से खेलेंगे शेर और बकरी एक साथ नज़र आयेंगे हजरत ईसा अलैहिस्सलाम चालीस साल तक रहेंगे यह निकाह करेंगे और उनकी औलाद भी होगी वफात के बाद रोजए अनवर में दफ्न होंगे*
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 32*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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