_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 101)*_
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*आखिरत और हश्र का बयान*
☝️ *उस वक़्त हाल यह होगा कि सर के भेजे खौलते होंगे और इतना ज़्यादा पसीना निकलेगा कि पसीने को ज़मीन सत्तर गज़ तक सोख लेगी फिर जो पसीना ज़मीन न पी सकेगी वह पसीना ज़मीन के ऊपर चढ़ते चढ़ते किसी के टखनों , किसी के घुटनों , किसी की कमर , किसी के सीने और किसी के गले तक पहुँच जायेगा और काफ़िर के मुँह तक पहुँच कर लगाम की तरह जकड़ लेगा जिस में वह डुबकियाँ खायेगा*
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 35*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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