_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 107)*_
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_*आखिरत और हश्र का बयान*_
_*और उनके बताने से मुसीबत के मारे लोग हज़रते इब्रहीम अ़लैहिस्सलाम के पास जायेंगे जिन्हें अल्लाह ने खलील होने का शरफ़ बख़्शा वहाँ भी यही जवाब मिलेगा तो लोग हज़रते मूसा अ़लैहिस्सलाम और हज़रत ईसा अ़लैहिस्सलाम के पास जायेंगे । हज़रते ईसा अ़लैहिस्सला इरशाद फ़रमायेंगे कि तुम उनके पास जाओ जो शफाअत का दरवाज़ा खोलेंगे जिन्हें कोई खौफ नहीं जो तमाम आदम की औलाद के सरदार हैं और वही खातमुन्नबीय्यीन हैं । अब लोग फिरते फिराते ठोकरें खाते रोते चिल्लाले और दुहाई देते उस बेकस पनाह के दरबार में हाज़िर होंगे जो अल्लाह के महबूब हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु तआ़ला अलैहि वसल्लम हैं । सरकार की बहुत सी फजीलतें बयान कर के कहेंगे कि सरकार देखिये तो हम कितनी मुसीबतों में हैं आप अल्लाह के दरबार में हमारी शफाअ़त कर दीजिये , हमको इस मुसीबत से नजात दिलवाईये*_
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 36*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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