_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 108)*_
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_*आखिरत और हश्र का बयान*_
✍️ _*सरकार मुसीबत के मारों की फरियाद सुनेंगे और फ़रमायेंगे कि*_
📖 _*तर्जमा : - मैं इस काम के लिये हूँ*_
📖 _*तर्जमा : - मैं ही वह हूँ जिसे तुम तमाम जगह ढूँढ आये हो।*_
✍️ _*यह कह कर हुजूर अल्लाह के दरबार में जायेंगे और सजदा करेंगे। अल्लाह तआ़ला इरशाद फ़रमायेगा कि।*_
📖 _*तर्जमा : - " ऐ मुहम्मद अपना सर उठाईये और कहिये आपकी बात सुनी जायेगी और आप जो कुछ माँगेंगे दिया जायेगा और शफाअ़त कीजिये आप की शफाअ़त मकबूल है*_
✍️ _*और एक दूसरी रिवायत में यह भी है कि*_
📖 _*तर्जमा : - आप फरमा दीजिये कि आपकी इताअ़त की जायेगी।*_
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 37*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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