_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 47)*_
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_*💧पानी का बयान*_
_*🕋अल्लाह तआला फ़रमाता है ।*_
_*📝तर्जमा : - " आसमान से हमने पाक करने वाला पानी उतारा " । और फरमाता है ।"*_
_*📝तर्जमा : - " आसमान से तुम पर पानी उतारता है कि तुम्हें उससे पाक करे और शैतान की पलीदगी तुम से दूर करे " ।*_
_*📚हदीस न . 1 : - इमामे मुस्लिम ने हज़रते अबू हुरैरह रदियल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत की कि रसूलुल्ला सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया कि तुम में से कोई शख्स जनाबत की हालत में रुके हुए पानी में न नहाये ( यानी थोड़े पानी में जो दह - दरदा न हो इसलिए कि दह - दर दह बहते पानी के हुक्म में है ) लोगों ने कहा तो ऐ अबू हुरैरह ! कैसे करे कहा उसमें से लेले ।*_
_*📚हदीस न . 2 : - सुनने अबू दाऊद व तिर्मिज़ी और इब्ने माजा में हकम इब्ने अम्र रदियल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है कि हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इस बात से मना फ़रमाया कि औरत की तहारत से बचे हुए पानी से मर्द वुजू करे ।*_
_*📚हदीस न . 3 : - इमामे मालिक व अबू दाऊद और तिर्मिज़ी अबू हुरैरह रदियल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत करते हैं कि एक शख्स ने हुजूर सल्लल्लाह तआला अलैहि वसल्लम से पूछा कि हम दरिया का सफर करते हैं और अपने साथ थोड़ा सा पानी ले जाते हैं तो अगर उससे वुजू करें तो प्यासे रह जायेंगे तो क्या समुद्र के पानी से हम वुजू करें फरमाया उस का पानी पाक है और उस का मरा हुआ जानवर हलाल है यानी मछली ।*_
_*📚हदीस न . 4 : - अमीरुल मोमिनीन हज़रते फारूके आजम रदियल्लाहु तआला अन्हु ने फ़रमाया कि धूप के गर्म पानी से गुस्ल मत करो कि वह बर्स पैदा करता है ।*_
_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 38/39*_
_*📍बाकी अगले पोस्ट में*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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