Tuesday, April 28, 2020


  _*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 50)*_
―――――――――――――――――――――

_*💫मसअला - बड़े हौज के नजिस न होने की यह शर्त है कि उसका पानी मुत्तसिल ( मिला हुआ ) हो तो ऐसे हौज में अगर लठा या कड़ियाँ गाड़ी गई हों तो उन लट्ठो कड़ियों के अलावा बाकी जगह अगर सौ हाथ है तो बड़ा है वर्ना नहीं यानी लट्ठा या कड़िये वगैरह ने जगह घेरी और वह जगह 100 हाथ में से कम हो जायेगी तो वह बड़ा हौज़ नहीं रहा अल्बत्ता पतली - पतली चीजें जैसे घास , निरकुल खेती हो तो उसके मुत्तसिल ( मिले ) होने में फर्क न आयेगा ।*_

_*💫मसअला : - बड़े हौज़ में ऐसी नजासत पड़ी कि दिखाई न दे जैसे शराब या पेशाब तो उस हौज़ के हर तरफ से वुजू जाइज है और अगर देखने में आती हो जैसे पाखाना या मरा हुआ जानवर तो जिस तरफ वह नजासत हो उस तरफ वुजू न करना बेहतर है दूसरी तरफ वुजू करे ।*_

_*📍तम्बीह : - जो नजासत दिखाई दे उसे " मरइय्या और जो नहीं दिखायी दे उसे ''गैर मरइय्या" कहते हैं ।*_

_*💫मसअला : - ऐसे हौज़ पर अगर बहुत से लोग जमा होकर वुजू करें तो भी कुछ हर्ज नहीं अगर्चे वुजू का पानी उसमें गिरता हो । हाँ उसमें कुल्ली डालना और नाक सिनकना नहीं चाहिए कि पाकीज़गी के खिलाफ है ।*_

_*💫मसअला : - तालाब या बड़ा हौज ऊपर से जम गया मगर बर्फ के नीचे पानी की लम्बाई चौड़ाई मुत्तसिल दह - दर - दह के मिकदार है और सूराख करके उससे वुजू किया तो जाइज़ है अगरचे उसमें नजासत पड़ जाये और अगर मुत्तसिल दह - दर - दह नहीं और उसमें नजासत पड़ी तो नापाक है फिर अगर नजासत पड़ने से पहले उसमें सूराख कर दिया और उससे पानी उबल पड़ा तो अगर दह - दर - दह के मिकदार फैल गया तो अब नजासत पड़ने से भी पाक रहेगा और उसमें दल का वही हुक्म है जो ऊपर गुज़र चुका ।*_

_*💫मसअला : - अगर खुश्क तालाब में नजासत पड़ी हो और मेंह बरसा और उसमें बहता हुआ पाक पानी इस कद्र आया कि बहाव रुकने से पहले दह - दर - दह हो गया तो वह पानी पाक है और अगर उस मेंह से दह - दर - दह से कम रहा और दोबारा बारिश से दह - दर - दह हुआ तो सब नजिस है । हाँ अगर वह भर कर बह जाये तो पाक हो गया अगर्चे हाथ दो हाथ बहा हो ।*_

_*💫मसअला : - दह - दर - दह पानी में निजासत पड़ी फिर उस का पानी दह - दर - दह से कम हो गया तो वह अब भी पाक है । हाँ अगर वह नजासत अब भी उस में बाकी हो और दिखाई देती हो तो अब नापाक हो गया अब जब तक भरकर बह न जाये पाक न होगा ।*_

_*💫मसअला : - छोटा हौज नापाक हो गया फिर उसका पानी फैलकर - दह - दर - दह हो गया तो अब भी नापाक है मगर पाक पानी अगर उसे बहा दे पाक हो जायेगा ।*_

_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 40/41*_

_*📍बाकी अगले पोस्ट में*_

_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━

No comments:

Post a Comment

Al Waziftul Karima 👇🏻👇🏻👇🏻 https://drive.google.com/file/d/1NeA-5FJcBIAjXdTqQB143zIWBbiNDy_e/view?usp=drivesdk 100 Waliye ke wazai...