Wednesday, April 29, 2020



  _*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 115)*_
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_*🩸नजिस चीजों के पाक करने का तरीका*_

_*💫मसअला : - नापाक तेल के पाक करने का तरीका यह है कि उसमें उतना ही पानी डालकर खूब हिलाये फिर ऊपर से तेल निकाल लें और पानी फेंक दें यूँ ही तीन बार करें या उस बर्तन में नीचे तरीकों में से के पाक करना नहीं तो कि सूराख कर दें कि पानी बह जाये और तेल रह जाये ऐसे भी तीन बार में पाक हो जायेगा या ऐसा करें कि उतना ही पानी डाल कर उस तेल को पकायें यहाँ तक कि पानी जल जाये और तेल रह जाये यूँही तीन बार में पाक हो जायेगा और ऐसे भी कर सकते है कि पाक तेल या पानी दूसरे बर्तन में रखकर इस नापाक और उस पाक दोनों की धार मिलाकर ऊपर से गिरायें मगर इसमें यह जरूर ध्यान रखें कि नापाक की धार उसकी धार से किसी वक़्त अलग न हो और न उस बर्तन में कोई नापाक कतरा पहले से पहुँचा हो और न बाद को नहीं तो फिर नापाक हो जायेगा । बहती हुई आम चीजें घी वगैरा के पाक करने के भी यही तरीके है । और अगर घी जमा हो उसे पिघलाकर उन्हीं तरीकों में से किसी तरीके पर पाक करें और एक तरीका इन चीजों के पाक करने का यह भी है कि परनाले के नीचे कोई बरतन रखें और छत पर से उसी जिन्स की पाक चीज़ पानी के साथ इस तरह मिलाकर बहायें कि परनाले से दोनों धारें एक हो कर गिरें सब पाक हो जायेगा या उसी जिन्स या पानी से उबाल लें पाक हो जायेगा ।*_

_*💫मसअला : - जानमाज में हाथ पांव पेशानी और नाक रखने की जगह का नमाज पढ़ने में पाक होना जरूरी है बाकी जगह अगर निजासत हो नमाज में हरज नहीं । हाँ नमाज़ में नजासत के कुर्ब से बचना चाहिए ।*_

_*💫मसअला : - किसी कपड़े में निजासत लगी और वह निजासत उसी तरफ रह गई दूसरी तरफ उसने असर नहीं किया तो उसको लौट कर दूसरी तरफ जिधर नजासत नहीं लगी है नमाज़ नहीं पढ़ सकते अगर्चे कितना ही मोटा हो मगर जबकि वह नजासत मवाजेए सूजूद ( सजदे वाली जगहों ) से अलग हो तो पढ़ सकते हैं ।*_

_*💫मसअला : - जो कपड़ा दो तह का है अगर एक तह उसकी नजिस हो जाए तो अगर दोनों मिलाकर सी लिए गए हों तो दूसरी तह पर नमाज़ जाइज नहीं और अगर सिले न हों तो जाइज़ है ।*_

_*💫मसअला : - लकड़ी का तख्ता एक रुख से नजिस हो गया तो अगर इतना मोटा है कि मोटाई में चिर सके तो लौट कर उस पर नमाज़ पढ़ सकते हैं वर्ना नहीं ।*_

_*💫मसअला : - जो ज़मीन गोबर से लेसी गई अगर्चे सूख गई हो उस पर नमाज़ जाइज नहीं । हाँ अगर वह सूख गई और उस पर कोई मोटा कपड़ा बिछा लिया तो उस पर नमाज पढ़ सकते हैं अगर्चे कपड़े में तरी हो मगर इतनी तरी न हो कि जमीन भीग कर उस को तर कर दे कि इस सूरत में यह कपड़ा नजिस हो जायेगा और नमाज़ न होगी ।*_

_*💫मसअला : - आँखों में नापाक सुर्मा या काजल लगाया या फैल गया तो धोना वाजिब है और अगर आँखों के अन्दर ही हो बाहर न लगा हो तो मुआफ है ।*_

_*💫मसअला : - किसी दूसरे मुसलमान के कपड़े में निजासत लगी देखी और गालिब गुमान है कि उस को खबर करेगा तो पाक कर लेगा तो खबर करना वाजिब है ।*_

_*💫मसअला : - फासिकों के इस्तेअमाली कपड़े जिनका नजिस होना मालूम न हो पाक समझे जायेंगे मगर बेनमाजी के पाजामे वगैरा में एहतियात यही है कि रुमाली पाक कर ली जाए क्यूंकि अकसर बेनमाजी पेशाब करके वैसे ही पाजामा बांध लेते हैं और कुफ्फार के इन कपड़ों के पाक करने में तो बहुत ख्याल करना चाहिए ।*_

_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 88/89*_

_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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