_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 103)*_
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_*💠नजासतों का बयान 💠*_
_*📚हदीस न . 1 : - सहीह बुखारी व मुस्लिम में असमा बिन्ते अबू बक्र रदियल्लाहु तआला अन्हुमा से मरवी कि एक औरत ने अर्ज की कि या रसूलल्लाह ! हम में जब किसी के कपड़े को हैज़ का खून लग जाये तो क्या करें ? फरमाया जब तुम में से किसी के कपड़े को हैज़ का खून लग जाये तो उ खुर्चे फिर पानी से धोये तब उसमें नमाज पढे ।*_
_*📚हदीस न . 2 : - सहीहैन में हैं कि उम्मुल मोमिनीन सिददीका रदियल्लाह तआला अन्हा फ़रमाती हैं के रसलल्लह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के कपड़े से मनी को मैं धोती फिर हुजूर नमाज़ को तशरीफ ले जाते और धोने का निशान उसमें होता ।*_
_*📚हदीस न . 3 : - मुस्लिम शरीफ में है कि सिद्दीक़ा रदियल्लाह तआला अन्हा फरमाती हैं कि मैं रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के कपड़े को मल डालती फिर हजुर उसमें नमाज़ पढ़ते ।*_
_*📚हदीस न4 : - सहीह मुस्लिम शरीफ़ में अब्दुल्ला इब्ने अब्बास रदियल्लाहु तआला अन्हुमा से मरवी हैं कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम फरमाते हैं चमड़ा जब पका लिया जाए , पाक हो जाएगा ।*_
_*📚हदीस न . 5 : - इमामे मालिक उम्मुल मोमिनीन सिद्दीका रदियल्लाहु तआला अन्हा से रावी हैं कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने हुक्म फरमाया कि मुदीर की खालें जब कि पका ली जायें तो उन्हें काम में लाया जाये ।*_
_*📚हदीस न . 6 : - इमामे अहमद , अबू दाऊद और नसई ने रिवायत की कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने दरिन्दों की खाल से मना फ़रमाया है ।*_
_*📚हदीस न . 7 : - दूसरी रिवायत में है कि उनके पहनने और उन पर बैठने से मना फ़रमाया है ।*_
_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 78/79*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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