_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 53)*_
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_*⛲कुँए का बयान⛲*_
_*1💫मसअला : - कुँए में आदमी या किसी जानवर का पेशाब या बहता हुआ खून ताड़ी सेंधी किसी तरह कि शराब का कतरा नापाक लकड़ी या नापाक कपड़ा या और कोई नापाक चीज़ गिरी तो कुँऐ का सारा पानी निकाला जायेगा ।*_
_*2💫मसअला : - जिन चौपायों का गोश्त नहीं खाया जाता उनके पेशाब , पाखाने से कुँए का पानी नापाक हो जायेगा । यूँही मुर्गी और बत्तख की बीट से भी नापाक हो जायेगा इन सब सूरतों में सब पानी निकाला जायेगा ।*_
_*3💫मसअला : - मेंगनियाँ , लीद और गोबर अगर्चे नापाक हैं लेकिन कुँए में अगर थोड़ा गिर जायें तो ज़रूरत की वजह से मुआफ़ हैं । पानी पर नापाकी का हुक्म न लगाया जायेगा और उड़ने वाले हलाल जानवर जैसे कबूतर चिड़िया की बीट या शिकारी परिन्दे जैसे चील , शिकरा या बाज़ की बीट गिर जाये तो नापाक न होगा । यूँही चूहे और चमगादड़ के पेशाब से भी नापाक न होगा ।*_
_*4💫मसअला : - पेशाब की बारीक बुन्दकियाँ सुई की नोंक की तरह और नजिस गुबार पड़ने से नापाक न होगा ।*_
_*5💫मसअला : - जिस कुँए का , पानी नापाक हो गया उसका एक कतरा भी पाक कुँए में पड़ जाये तो यह भी नापाक हो गया , जो हुक्म इसका है वही उसका हो गया । युही डोल , रस्सी और घडा जिनमें नापाक कुँए का पानी लगा था कुँए में पड़े तो वह पाक भी नापाक हो जायेगा ।*_
_*6💫मसअला : - कुँए में आदमी बकरी या कुत्ता या और कोई खून वाला जानवर या उनके बराबर या उनसे बड़ा जानवर गिर कर मर जाये तो कुल पानी निकाला जायेगा ।*_
_*7💫मसअला : - मुर्गा , मुर्गी , बिल्ली , चूहा , छिपकली या और कोई जानवर जिसमें बहता हुआ खुन हो कुँए में मर कर फूल जाये या फुट जाये कुल पानी निकाला जायेगा और अगर यह सब कुँए से बाहर मरे और फिर कुँए में गिर गये जब भी यही हुक्म है ।*_
_*8💫मसअला : - छिपकली या चूहे की दुम कट कर कुँए में गिरी अगर्चे फूली फटी न हो कुल पानी निकाला जायेगा मगर उसकी जड़ में अगर मोम लगा हो तो बीस डोल निकाला जायेगा अगर बिल्ली ने चूहे को दबोचा और वह जख्मी हो गया फिर उससे छूट कर कुँए में गिरा तो सारा पानी निकाला जाएगा ।*_
_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 43/44*_
*_📍बाकि अगले पोस्ट में_*
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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