Tuesday, April 28, 2020


  _*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 23)*_
―――――――――――――――――――――

_*💦वुजू के मुतफर्रिक ( विभिन्न ) मसाइल।*_

_*💫मसअला : - अगर वुजू न हो तो नमाज सजदए तिलावत , नमाजे जनाजा और कुर्आन शरीफ छूने के लिए वुजू करना फर्ज है ।*_

_*💫मसअला : - तवाफ के लिए वुजू वाजिब है ।*_

_*💫मसअला - गुस्ले जनाबत से पहले और जुनुब को खाने , पीने , सोने और अजान , इकामत और जुमा और अरफा में ठहरने और सफा और मरवा के दरमियान सई के लिए वुजू कर लेना सुन्नत है ।*_

_*💫मसअला - सोने के लिए और सोने के बाद और मय्यत के नहलाने या उठाने के बाद और सोहबत से पहले और जब गुस्सा आ जाये उस वक़्त और ज़बानी कुर्आन शरीफ पढ़ने पढ़ाने , और जुमा ईद बकर ईद के अलावा बाकी खुतबों के लिए , दीनी किताबों को छूने के लिये , सत्रे गलीज यानी पेशाब पखाने की जगह को छूने के बाद , झुट बोलने , गाली देने , बुरी बात कहने काफिर से बदन छू जाने , सलीब या बुत छूने , कोढ़ी या सफेद दाग वाले से छू जाने , बगल खुजलाने से जब कि उसमें बदबू हो गीबत करने , कहकहा लगाने यानी ज़ोर से हँसने से , लग्व यानी बेहूदा अशआर पढ़ने , ऊँट का गोश्त खाने , किसी औरत के बदन से अपना बदन बिना रूकावट के छू जाने से और वुजू वाले आदमी के नमाज पढ़ने के लिए इन सब सूरतों में वुजू करना मुस्तहब है ।*_

_*💫मसअला : - जब वुजू जाता रहे वुजू कर लेना मुस्तहब है ।*_

_*💫मसअला : - नाबालिग पर वुजू फर्ज नहीं है मगर उन्हें वुजू कराना चाहिए ताकि आदत हो और वुजू करना आ जाये और वुजू के मसअलों से आगाह हो जायें ।*_

_*💫मसअला : - लोटे की टोटी न ऐसी तंग हो कि पानी मुश्किल से गिरे और न ऐसी फैली हुई हो कि ज़रूरत से ज्यादा गिर जाये । बल्कि दरमियानी हो ।*_

_*💫मसअला : - चुल्लू में पानी लेते वक्त ध्यान रखें कि पानी न गिरे कि फुजूल खर्ची होगी । ऐसा ही जिस काम के लिए चुल्लू में पानी लें उसका अन्दाज़ रखें जरूरत से ज्यादा न लें जैसे नाक में पानी डालने के लिये आधा चुल्लू काफ़ी है तो पूरा चुल्लू न लें कि फुजूल खर्ची है ।*_


_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 21*_

_*🤲🏻तालिबे दुआ-ए- मग़फिरत एडमिनस*_

_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━

No comments:

Post a Comment

Al Waziftul Karima 👇🏻👇🏻👇🏻 https://drive.google.com/file/d/1NeA-5FJcBIAjXdTqQB143zIWBbiNDy_e/view?usp=drivesdk 100 Waliye ke wazai...