_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 39)*_
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_*🚿गुस्ल के मसाइल 👉🏻(भाग 3)*_
_*💫मसअला : - बाल में गिरह पड़ जाये तो गिरह खोलकर उस पर पानी बहाना ज़रूरी नहीं ।*_
_*💫मसअला : - किसी ज़ख्म पर पट्टी वगैरा बँधी हो कि उस के खोलने में हरज हो या किसी जगह मरज़ या दर्द की वजह से पानी बहने से नुकसान होगा तो उस पूरे उज्व को मसह करे और न हो सके तो पट्टी पर मसह काफी है और पट्टी ज़रूरत की जगह से ज्यादा न रखी जाये नहीं तो मसह काफ़ी न होगा और अगर पट्टी ज़रूरत की ही जगह पर बँधी हो जैसे बाजू पर एक तरफ़ ज़ख्म है और पट्टी बाँधने के लिये बाजू की उतनी सारी गोलाई पर होना उसका ज़रूरी है तो उसके नीचे बदन का वह हिस्सा भी आयेगा जिसे पानी नुकसान नहीं करता तो अगर खोलना मुमकिन न हो अगर्चे यूँही कि खोलकर फिर वैसे न बाँध सकेगा और उसमें नुकसान का खतरा है तो सारी पट्टी पर मसह कर ले काफी है बदन का वह अच्छा हिस्सा भी धोने से माफ़ हो जायेगा ।*_
_*💫मसअला : - जुकाम या आँखों में सूजन वगैरा हो और यह गुमान सही हो कि सर से नहाने में से बढ़ जायेगा या दूसरे मर्ज़ पैदा हो जायेंगे तो कुल्ली करे नाक में पानी डाले और गर्दन से नहा । और सर के हर ज़र्रे पर भीगा हाथ फेर ले गुस्ल हो जायेगा । सेहत के बाद सर धो डाले बाद में गुस्ल के लौटाने की ज़रूरत नहीं ।*_
_*💫मसअला : - पकाने वाले के नाखून में आटा और लिखने वाले के नाखून पर सियाही और और लोगों के लिये मक्खी , मच्छर की बीट अगर लगी हो तो गुस्ल हो जायेगा । हाँ मालूम होने के बार उसका हटाना और उस जगह को धोना ज़रूरी है और पहले जो नमाज़ पढ़ी हो गईं ।*_
_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 31/32*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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