_*अनवारे शरिअत (पोस्ट न. 12)*_
―――――――――――――――――――――
*﷽*
तयम्मुम का बयान
सवाल : - तयम्मुम करने का तरीका क्या है ।
जवाब : - तयम्मुम करने का तरीका यह है कि अव्वल दिल में नीयत करे फिर दोनों हाथ की उंगलियां कुशादा करके ज़मीन पर मारे और ज्यादा गर्द लग जाए तो झाड़ ले फिर उससे सारे मुंह का मसह करे फिर दोबारा दोनों हाथ ज़मीन पर मारकर दाहिने हाथ को बाएं हाथ से और बाएं हाथ को दाहिने हाथ से कुहनियों समेत मले ।
सवाल : - जुबान से तयम्मुम की नीयत अदा करते वक़्त क्या कहे ।
जवाब : - यह कहे नीयत की मैंने तयम्मुम की अल्लाह तआला का तकर्रुब हासिल करने के लिए ।
सवाल : - तयम्मुम का यह तरीका वज़ू के लिए है या गुस्ल के लिए ।
जवाब : - तयम्मुम का यही तरीका वज़ू और गुस्ल दोनों के लिए ।
सवाल : - तयम्मुम में कितनी बातें फर्ज हैं ।
जवाब : - तयम्मुम में तीन बातें फर्ज हैं , नीयत करना , पूरे मुंह पर हाथ फेरना , दोनों हाथों का कुहनियों समेत मसह करना , अगर अंगूठी पहने हो तो उसके नीचे हाथ फेरना फर्ज़ है । और औरत अगर चूड़ी या ज़ेवर पहने हो तो उसे हटा कर हर हिस्सा पर हाथ फेरना फ़र्ज़ है ।
सवाल : - किन चीजों से तयम्मुम करना जाइज़ है ।
जवाब : - पाक मिट्टी , पत्थर , रेत , मुलतानी मिट्टी , गेरु , कच्ची या पक्की ईंट , मिट्टी और ईंट पत्थर या चूना की दीवारों से तयम्मुम करना जाइज़ है ।
सवाल : - किन चीजों से तयम्मुम करना जाइज़ नहीं ।
जवाब : - सोना , चांदी , तांबा , पीतल , लोहा , लकड़ी , अलमूनियम , जस्ता , कपड़ा , राख , और हर किस्म के ग़ल्ला से तयमुम करना जाइज़ नहीं । यानी जो चीजें आग में पिघल जाती हैं या जलकर राख हो जाती हैं उन चीजों से तयम्मुम करना जाइज़ नहीं ।
सवाल : - तयम्मुम करना कब जाइज़ है ।
जवाब : - जब पानी पर कुदरत न हो तो तयम्मुम करना जाइज़ है ।
सवाल : - पानी पर कुदरत न होने की क्या सूरत है ।
जवाब : - पानी पर कुदरत न होने की यह सूरत है कि ऐसी बीमारी हो कि वज़ू या गुस्ल से उसके ज्यादा हो जाने का सहीह अन्देशा हो या ऐसे मुकाम पर मौजूद हो कि वहां चारों तरफ़ एक एक मील तक पानी का कहीं पता न हो या इतनी सरदी हो कि पानी के इस्तेमाल से मर जाने या बीमार हो जाने का कवी अन्देशा हो या कुआं मौजूद है मगर डोल व रस्सी नहीं पाता है । इनके अलावा पानी पर कुदरत न होने की और भी सूरतें हैं जो बहारे शरीअत वगैरा बड़ी किताबों से मालूम की जा सकती हैं ।
सवाल : - किन चीजों से तयम्मुम टूट जाता है ।
जवाब : - जिन चीजों से वज़ टूट जाता है या गुस्ल वाजिब होता है उनसे तयम्मुम भी टूट जाता है । अलावा इनके पानी पर कुदरत हो जाने से भी तयम्मुम टूट जाता है ।
_*📗अनवारे शरिअत, सफा 30/31/32*_
_*🖋️तालिबे दुआँ-ए- मग़फिरत एडमिन*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
No comments:
Post a Comment