_*जज़ाक अल्लाहु ख़ैर*_
―――――――――――――――――――――
_*👉🏻जो लोगों का शुक्र अदा नही करता वह अल्लाह का भी शुक्र अदा नही करता ।*_
_*📕 तिर्मिज़ी: 1954*_
_*जिस शख़्स के साथ एहसान किया जाए और वह एहसान करने वाले के हक़ मे यह कहे: जज़ाक अल्लाहु ख़ैर (अल्लाह तुझे जज़ाऐ ख़ैर दे) तो उसने एहसान करने वाले की पुरी तारीफ़ कर दी ।*_
_*📕 तिर्मिज़ी: 2035*_
_*और एक से ज़्यादा एहसान करने वाले हो तो*_
_*कहे: जज़ाकुम अल्लाहु ख़ैर (अल्लाह तुम्हे जज़ाऐ ख़ैर दे)*_
_*📕 इब़्न हब्बान: 7277*_
_*जिस को जज़ाक अल्लाहु ख़ैर कहा जाए वह जवाब मे कहे: व अंतुम फ़ा जज़ाकुम अल्लाहु ख़ैर (और तुम्हे भी अल्लाह जज़ाऐ ख़ैर दे) ।*_
_*📕 इब़्न हब्बान: 6231*_
_*(जज़ाक अल्लाहु ख़ैर = Jazak Allahu Khair)*_
_*(जज़ाकुम अल्लाहु ख़ैर = Jazakum Allahu Khair)*_
_*व अंतुम फ़ा जज़ाकुम अल्लाहु ख़ैर = Wa Antum Fa Jazakumullahu Khair)*_
_*⛔ याद रखो... Thank You, Ok, कहने से कुछ नही मिलता मगर Jazak Allahu Khair / Jazakum Allahu Khair कहने से एक सुन्नत पर अमल हो जाता है...*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
No comments:
Post a Comment