_*अंगूठा छाप मुजद्दिद इल्यास सुवर*_
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_*अंगूठा छाप मुजद्दिद की मैं पहले तो तारिफ बयान करता हु। गौर से पढे।तबियत मचल ना जाये तो और तारिफ बयान करूँगा !*_
_*👉🏻शैख ए खुराफत,*_
_*रहबरे तबियत,*_
_*आशिके बिदअत,*_
_*माहिरे सुलेहकुल्लियत,*_
_*अमीर ए अहले जिहालत,*_
_*बानी ए दावते इल्यासी,*_
_*ना मुफ्ती ना ईमाम,*_
_*ना अल्लामा ना मौलाना,*_
_*ना हाफिज़ ना कारी,*_
_*सुलेहकुल्लियत की बीमारी,*_
_*अबु बवाल इल्यास सुतार,*_
_*उर्फ मक्कार टीवी वाला पोपट !*_
_*👉🏻जो टीवी को जानी कहता था,*_
_*👉🏻जो टीवी को नबी सल्लल्लाहु त्आला अलैहि वसल्लम का दुशमन कहता था,*_
_*👉🏻जो टीवी को शैतान कहता था,*_
_*👉🏻जो खुद ये कहता था कि अगर कोई कहे की मैं इसलिए टीवी देखता हूँ कि इल्यास टीवी पर आने वाला है।*_
_*तो उस शक्स को पागल खाने भेजदो।*_
_*(अगर सच में पागल खाने भेजे होते तो आज दुनिया के सब पागल खाने इन तोतो से भर गए होते।और पूरा पागल खाना सफ़ेद से हरा हो जाता)*_
_*👉🏻अब खुद टीवी पर आ गया आता है,*_
_*👉🏻अब खुद ने नबी ए पाक सल्लल्लाहु त्आला अलैहि वसल्लम के दुश्मन को दोस्त भी बना लिया, बनाता है।*_
_*👉🏻अब खुद शैतान की पैरवी भी कर रहा है, और जानी से रिश्ता भी निभा रहा है।*_
_*अब बताइये क्या थूक कर नही चाटा इल्यास सुत्तार ने?*_
_*✅ अल्लाह रहम करे ऐसे सुतार से*_
_*👉🏻अब सवाल ये है कि अगर ये मेरे आला हज़रत के दौर मे होता तो क्या मेरे आला हज़रत इसको मुजद्दिद मान लेते? हरगिज नही।*_
_*👉🏻क्या ये सरकार औरंगजेब आलमगीर रहमतुल्लाही अलैही के दौर मे होता तो क्या इसकी गर्दन नही उड़ा दी जाती?*_
_*👉🏻अगर 15वी सदी का मुजद्दिद बनने चला है ये इल्यास सुतार*_
*_तो_*
_*हज़रत अल्लामा मौलाना मुफ्ती अब्दुल सत्तार हमदानी साहब (शेरे पोरबंदर गुजरात) का चेलेंज क्यु कबूल नही करता*_
_*अब्दुल हमदानी साहब ने सिर्फ छोटी सी शर्त रखी है की इल्यास अगर (आला हजरत की फतावा रजवीया) का सिर्फ 1 सफा देख कर ठीक से पढ़ के दिखा दे , तो मैं 500 उलमा ए अहले सुन्नत के दस्तखत के साथ इल्यास कों मुजद्दिद मान लेंगे !*_
_*15 वी सदी का मुजद्दिद नही बल्कि 15 वी सदी का फित्ना है ये टीवी वाला बाबा नकली पीर , मुजद्दिद , अमिर ए जिहालत*_
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