_*फैज़ाने सैय्यदना अमीरे मुआविया (पार्ट- 08)*_
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*_❤सहाबा ए किराम मुज्तहिद थे उनमें जो इख्तेलाफ़ हुआ अगर उसमें किसी ने गलती भी की तब भी उन्हें एक नेकी ज़रूर मिली...._*
_*🌹हुज़ूर ﷺ फरमाते हैं :*_
*وإذا حكم فاجتهد ثم أخطأ فله اجر*
_*📝तर्जुमा : और जब फैसला करने और इज्तेहाद करने में उनसे गलती हो तब भी वो सवाब पायेंगे....*_
_*📕 صحيح البخاري،،، جلد-2،،، الصفحة- { 92}*_
_*🌹हज़रत इब्ने अब्बास रदिअल्लाहुु अन्ह का एक कौल तमाम सहाबा के बारे मे पढ़े :*_
*ولا تسبوا اصحاب محمد صلى الله عليه وسلم فلمقام أحدهم ساعة يعنى مع النبى صلى الله عليه وسلم خير من عمل أحدكم اربعين سنة*
_*📝तर्जुमा : तुम मुहम्मद ﷺ के साथ वालों को बुरा न कहो, उनका कुछ देर हुज़ूर के साथ रहना तुम्हारे 40 साल के अमल से बेहतर है।*_
_*📕 شرح العقيدة الطحاوية،،،، الصفحة- { 398}*_
_*कहां सहाबा का मक़ामे बुलंद और कहां ये ज़मीन की पस्तिया?*_
_*🌹रुखे मुस्तफा पर उनकी एक नज़र पड़ी तो सुरईया की बुलंदियों पर उन्हें पहुँचा दिया जो हमारे गुमान से भी वरा है।*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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