_*तहरीक-ए-अमीने शरीअत (पार्ट- 11)*_
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_*🌹हुज़ुर अमीने शरीअ़त अलैहिर्रहमा के मज़ामीन का एक हसीन गुलदस्ता..!*_
_*अख़लाक व सीरत : हुज़ुर अमीने शरीअत एक बावकार बावाज़ेअ संजीदह बुजुर्ग का नाम है मयाना कद, गोरा रंग सुरखी लिये हुए, सफेद नुरानी दाढ़ी, शराबे इश्क से मख़मुर आंखे, और बहुत सी एैसी बाते जिनसे सराफतो बुजुर्गी और वकार झलकता था.!*_
_*आपके इरशादात सुनकर दिलों कि विरान बस्तीयां आबाद हो जाती थी आपकी बारगाह मे अगर कोई शख्स आता तो आप उसकी इस कदर इज्जत आफज़ाई फरमाते थे के उसका दिल बाग-बाग हो जाता और आने वाला युं महसुस करता के हजरत सबसे ज्यादा मुझ पर मेहरबान है.!*_
_*हुज़ुर अमीने शरीअत का नुरानी चेहरा जो देखता, देखता ही रह जाता.!*_
*📕 مضامین امین شریعت*
_*✍🏻मुहम्मद जुनैद रज़ा अज़हरी*_
_*📮जारी रहेगा......*_
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