_*तहरीक-ए-अमीने शरीअत (पार्ट- 12)*_
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_*🌹हुज़ुर अमीने शरीअ़त अलैहिर्रहमा के मज़ामीन का एक हसीन गुलदस्ता..!*_
_*अख़लाक व सीरत : हुज़ुर अमीने शरीअत का नुरानी चेहरा जो देखता, देखता ही रह जाता.! आपका चेहरा क्या हुस्न की खुली हुई किताब थी जिस पर जमाले तक़वा और जमाले इल्म का नुर बरसता था.!*_
_*आपकी बारगाह मे मुरीदों की आमद का सिलसिला तकरीबन हर दिन जारी रहता.! आपकी बारगाह मे जो भी हाजतमंद अपनी हाजत के लिये लबकुशाई करता उसकी तकमील हस्बे हैसीयत कर दि जाती.!*_
_*आपकी बारगाह से कोई खाली और महरुम नही लौटता बल्कि जो भी आता अपने दामन को गौहर मुराद से भरकर जाता.!*_
_*और अलहम्दोलिल्लाह शहजादग़ाने अमीने शरीअत का भी यही मामुल है.!*_
*📕 مضامین امین شریعت*
_*✍🏻मुहम्मद जुनैद रज़ा अज़हरी*_
_*📮जारी रहेगा......*_
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