_*तहरीक-ए-अमीने शरीअत (पार्ट- 15)*_
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_*🌹हुज़ुर अमीने शरीअ़त अलैहिर्रहमा के मज़ामीन का एक हसीन गुलदस्ता..!*_
_*अख़लाक व सीरत : हुज़ुर अमीने शरीअ़त की जिन्दगी सादगी, इनकेसारी और बे नफ्सी से भरी हुई है जिन्दगी के जिस गोशे (हिस्से) पर नज़र डाली जाए वोह गोशा मुनफरीद दिखाई देता है.!*_
_*बल्कि ये कहा जाए तो गलत न होगा के जिसने हुजुर मुफ्ती-ए-आज़म हिन्द अलैहिर्रहमा कि शक्लो सुरत और उनके तकवा व पाकीजह जिन्दगी को नही देखा है वोह हुजुर अमीने शरीअत को देख ले.!*_
_*आपकी जाते मुकद्दसा के अन्दर हुजुर मुफ्ती-ए-आज़म हिन्द के के जमाल व कमाल, अफआलो अकवाल, किरदारो आमाल और जहदो तकवा की झलक दिखाई देती थी.!*_
_*अलहम्दोलिल्लाह फकीर ने आपका उठना बैठना और खाना पीना भी देखा है और आपको जब भी देखा हुस्नो जमाल का मुजस्समा देखा.! आपके किसी भी अक़वालो अफआल से ये जाहीर नही होता था के आप अपने ताज़ीमो तकरीम के ख्वाहीश मंद है.!*_
*📕 مضامین امین شریعت*
_*✍🏻मुहम्मद जुनैद रज़ा अज़हरी*_
_*📮जारी रहेगा......*_
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