_*तहरीक-ए-अमीने शरीअत (पार्ट- 17)*_
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_*🌹हुज़ुर अमीने शरीअ़त अलैहिर्रहमा के मज़ामीन का एक हसीन गुलदस्ता..!*_
_*दर्स व तदरीस : हुज़ुर अमीने शरीअ़त दीनी उलुम से आरास्ता होने के बाद आपने दारुल उलुम मजहरे इस्लाम बरेली शरीफ मे तदरीसी खिदमात भी अंजाम दी.!*_
_*सन् 1958 मे आप नागपुर तशरीफ ले आए और जामए अरबीया इस्लामीया के नाज़ीमे आला मुकर्रर किए गए और तीन साल तक इस ओहदे पर काएम रहे.!*_
_*बहैसीयते नाज़ीमे आला आप मजलीसे शोअरा के रुक्न भी रहे अराकिने मजलीसे शोअरा आपकी खुद्दार सलाहीयत व ज़हानत से बड़े मुतासीर रहे और आपके मशवरे को कद्र की नज़र से देखते.!*_
_*इस दोरान आपने जिस खुलुसो मोहब्बत और उस जज़्बए खिदमत से अपने फराएज़ अंजाम दिए जो नाकाबीले फरामोश है.!*_
_*सन् 1963 मे हुज़ुर अमीने शरीअत कांकेर छत्तीसगढ़ तशरीफ लाए...*_
*📕 مضامین امین شریعت*
_*✍🏻मुहम्मद जुनैद रज़ा अज़हरी*_
_*📮जारी रहेगा......*_
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