_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 089)*_
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*आखिरत और हश्र का बयान*
☝️ *( 23 ) हज़रते इमाम मेहदी का जाहिर होना : - तमाम लोग उनके हाथों पर बैअ़त करेंगे और वहाँ से सब को अपने साथ लेकर मुल्के शाम को तशरीफ ले जायेंगे दज्जाल के क़त्ल के बाद अल्लाह तआ़ला का हज़रते ईसा अ़लैहिस्सलाम के लिए हुक्म होगा कि मुसलमानों को कोहे तूर (एक पहाड़ का नाम) पर ले आओ । इसलिए कि कुछ ऐसे लोग जाहिर होंगे जिनसे लड़ने की किसी में ताक़त न होगी*
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 32*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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