_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 036)*_
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_*☝🏻अक़ीदा :- नबियों के अलग अलग दर्जे हैं कुछ नबी कुछ से फजीलत रखते हैं और सब में अफजल हमारे आका व मौला सय्यदुल मुरसलीन (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) हैं।*_
_*हमारे सरकार के बाद सब से बड़ा मरतबा हजरत इब्राहीम खलीलुल्लाह अलैहिस्सलाम का है। फिर हजरते मुसा अलैहिस्सलाम फिर हजरते ईसा अलैहिस्सलाम और हजरते नूह अलैहिस्सलाम का दर्जा है।।*_
_*इन पाँचों नबियों को मुरसलीने उलुल अज्म कहते हैं और पाँचों बाकी तमाम नबियों रसूलों इन्सान, फरिश्ते, जिन्न और अल्लाह की तमाम मखलूक से अफज़ल हैं।*_
_*जिस तरह हुजूर तमाम रसूलों के सरदार और सबसे अफजल हैं तो उनकी उम्मत भी उन्हीं के सदके और तुफैल में तमाम उम्मतों से अफ़ज़ल है।*_
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 18*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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