_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 045)*_
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_*शफाअत की और भी किस्में हैं जैसे यह कि हुजूर (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) बहुतों को बिना हिसाब जन्नत में दाखिल करायेंगे जिनमें चार अरब नव्वे करोड़ की गिनती का पता है बल्कि और भी ज्यादा हैं जिन्हें अल्लाह जानता है और अल्लाह तआला के प्यारे रसूल हजरत मुहम्मद (सल्लल्लाहू तआ़ला अलैहि वसल्लम) जानते हैं।*_
_*बहुत से वह लोग होंगे जिनका हिसाब हो चुका है और जहन्नम के लाइक हो चुके, उनको हजर दोजख से बचायेंगे। और ऐसे लोग भी होंगे जिनकी शफाअत करके जहन्नम से निकालेंगे।*_
_*हुजूर की शफाअत से कुछ लोगों के दर्जे बलन्द किए जायेंगे और ऐसे भी होंगे जिनका अजाब हल्का किया जायेगा।*_
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 20*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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