_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 018)*_
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_*☝🏻अकीदा - बहुत से नबियों पर अल्लाह तआला ने सहीफ़े और आसमानी किताबें उतारीं। उन किताबों में से चार किताबें मशहूर हैं।*_
_*1). 'तौरैत- हजरते मूसा अलैहिस्सलाम पर।*_
_*2). 'ज़बूर- हजरते दाऊद अलैहिस्सलाम पर।*_
_*3). 'इन्जील- हजरते ईसा अलैहिस्सलाम पर।*_
_*4). 'कुरआन शरीफ' कि सबसे अफजल किताब है। और यह किताब सबसे अफजल रसूल नबियों के सरदार हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम पर नाजिल हुई। तौरैत, ज़बूर, इन्जील।*_
_*और कुरआन शरीफ यह सब अल्लाह तआला के कलाम हैं और अल्लाह ﷻ के कलाम में किसी का किसी से अफ़ज़ल होने का हरगिज यह मतलब नहीं कि अल्लाह का कोई कलाम घटिया हो क्योंकि अल्लाह एक है उसका कलाम एक है। उसके कलाम में घटिया बदिया की कोई गुन्जाइश नहीं। अलबत्ता हमारे लिए कुरआन शरीफ में सवाब ज्यादा है।*_
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 12/13*_
_*🖋तालिब-ए-दुआ : मुशाहिद रज़ा & (टीम)*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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