_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 098)*_
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*आखिरत और हश्र का बयान*
*☝️अक़ीदा : - जिस्म के टुकड़े अगरचे मरने के बाद अलग अलग हो गये हों या उन्हें जानवर खा गये हों अल्लाह तआ़ला जिस्म के उन तमाम टुकड़ों को इकट्ठा कर के क़ियामत के दिन उठायेगा क़ियामत के दिन लोग अपनी अपनी कब्रों से नंगे बदन नंगे पाँव उठेंगे और वह लोग ऐसे होंगे कि उनकी खतना न हुई होगी कोई सवार होगा कोई पैदल कुछ अकेले सवार होंगे और किस सवारी पर दो किसी पर तीन किसी पर चार और किसी पर दस सवार होंगे*
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 34*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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