_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 01 (पोस्ट न. 116)*_
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_*आखिरत और हश्र का बयान*_
_*अक़ीदा : - हुजूर सल्लल्लाहु तआ़ला अलैहि वसल्लम को अल्लाह तआ़ला मकामे महमूद अता फरमाएगा उसका मतलब यह है कि तमाम अगले पिछले हुजूर की हम्द ( तारीफ ) करेंगे ।*_
_*अक़ीदा : - हुजूर सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैहिवसल्लम को एक ऐसा झंडा दिया जायेगा जिसको ' लिवाउल हम्द कहते हैं । उस झंडे के नीचे हज़रते आदम अ़लैहिस्सलाम से लेकर आखिर तक के सारे मोमिन इकट्ठा होंगे ।*_
_*अक़ीदा : - पुल सिरात हक़ है । यह एक ऐसा पुल है जो जहन्नम के ऊपर लगाया जायेगा । बाल से ज्यादा बारीक और तलवार से ज्यादा तेज़ होगा जन्नत में जाने का यही रास्ता है । सब से पहले हमारे हुजूर अ़लैहिस्सलाम गुज़रेंगे फिर दूसरे नबी व रसूल । उसके बाद हुजूर की उम्मत और फिर दुसरी उम्मतें गुजरेंगी ।*_
_*📕 बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 38 39*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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