_*📕 करीना-ए-जिन्दगी भाग - 010 📕*_
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_*🔵 [ इस्तेख़ारा करने का तरीका ] 🔵*_
_*(1) जिस से निकाह करने का इरादा हो तो पैग़ाम या मंगनी के बारे मे किसी से ज़िक्र न करें। अब रात को खूब अच्छी तरह वुज़ू कर के जितनी नफ्ल नमाज़े पढ़ सकता है दो दो रकाअत करके पढ़े । फिर नमाज़ ख़त्म करने के बाद खूब खूब अल्लाह की तस्बीह बयान करे। [जो भी तस्बीह याद हो ज़्यादा से ज़्यादा पढ़ें!] जैसे.. अल्लाहु अक़बर اللٰہ اکبر, सुब्हान अल्लाह سبحان اللہ, अल्हमदुलिल्लाह الحمداللہ, या रहेमान, या रहीम یا رحیم, या करीम یا کریم, वगैरह फिर उसके बाद यह दुआ़ खुलूस व दिल की गहराई से येह दुआ पढ़ें---------*_
_*💎 दुआ :-....अल्लाहुम्मा इन्न-का-तक़दुरू वला अक़दरू व तअ़लमु वला आ़लमु व अन-ता-अल्लामुल गु़यूबी-फ-इन-रा-एै-ता-अन्ना फी [यहां लड़की का पूरा नाम ले ] खैरल ली फी दीनी व दुनया-या-व अाख़ेरती फ़क़ दिरू हाली व इन काना गै़रू-हा-ख़ैरम मिन-हा-फी दीनी व आ़खेरती फ़क़ दिर हाली ०*_
_*[ तर्जुमा :- ].... एे अल्लाह तू हर चीज़ पर क़ादिर है। और मै क़ादिर नही और तू सब कुछ जानता है मै कुछ नही जानता! बेशक तू गै़ब की बातों को खूब जानता है अगर [लड़की का नाम ले ] मेरे लिए मेरे दीन के एतेबार से, दुनिया व आ़ख़ेरत के एतेबार से बेहतर हो तो उस को मेरे लिए मुक़द्दर फरमा दे । (अगर वह मेरे लिये बेहतर ना हो तो) इसके अलावा और कोई लड़की या औरत मेरे हक़ में मेरे दीन व आ़ख़ेरत के एतेबार से उस से बेहतर हो तो उस को मेरे लिए मुक़द्दर फ़रमा दे।*_
_*📕 हिस्ने हसीन, सफा नं 160*_
_*इस तरह इस्तेखा़रा करने से इन्शा अल्लाह तआला सात (7) दिनो मे ख़्वाब या फिर बेदारी मे ही अल्लाह की जानिब से कुछ ऐसा जा़हिर होगा या कुछ ऐसा वाके होंगा जिससे आपको अंदाज़ा हो जाऐगा के उस लड़की या औरत से निकाह करने में बेहतरी है या नहीं*_
_*(2) कुछ उलमा-ए-किराम ने इस्तेखा़रा करने का तरीका यह भी नकल किया है। कि--------*_
_*रात को दो रक्अ़त नमाज़ इस तरह पढ़ें के पहली रकाअत मे सूरए फ़ातिहा [अलहम्दु शरीफ] के बाद सुरह ए काफीरून [कुल या अय्युहल काफ़ेरून] और दूसरी रकाअ़त में सूरए फ़ातिहा के बाद सुरह ए इख्लास (कुल हुवल्लाहु अहद) पढ़ें। और सलाम फेर कर दुआ पढ़ें (वही दुआ जो हमने ऊपर बयान की है) दुआ से पहले और बाद मे सूरह ए फ़ातिहा और ग्यारह- ग्यारह मरतबा दुरूद शरीफ, जरूर पढ़ें (अव्वल व आखीर)*_
_*बेहतर यह है की यह काम सात मरतबा दोहराए [यानी सात (7) रोज़ लगातार रात को इस तरह अमल करें! (एक ही रात में सात मरतबा भी कर सकते हैं) इस्तेखा़रा करने के बाद फौरन बा तहारत किब्ला की तरफ रुख करके सो जाए! अगर ख़्वाब में सफ़ेद या हरे रंग की कोई चीज़ नजर आए तो कामयाबी है! यानी उस लड़की से निकाह करना ठीक होगा। और अगर लाल या काली रंग की चीज़ नजर आए तो समझे कामयाबी नहीं! यानी उस लड़की से निकाह करने में बुराई है। [वल्लाहु तआला आ़लम]*_
_*(अरबी मे दुआ भी अल्फाज की दुरूस्तगी के लिये इसके साथ निचे दि गयी है, उसका भी मुलाहीजा फरमाए!)*_
_*बाकी अगले पोस्ट में....*_
_*📮 जारी रहेगा इंशा'अल्लाह....*_
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