_*📕 करीना-ए-जिन्दगी भाग - 026 📕*_
―――――――――――――――――――――
🔵 *निकाह के बाद* 🔵
✍🏻 ..... *_निकाह के बाद मिसरी व खजूर बाँटना बेहतर है! यह रिवाज हुज़ूर ﷺ के जाहिरी जमाने में भी था। हजरत मुहक्कीक शाह अब्दुल हक मुहद्दीस देहलवी रदीअल्लाहु तआला अन्हु नक्ल फरमाते है....._*
*_"हुजुर ﷺ ने जब हजरत अली करमल्लाहु वज्हु और फातीमा रदि अल्लाहु तआला अन्हा का निकाह पढाया तो हुजुर ﷺ ने एक तबाक खजुरो का लिया और जमाअते सहाबा पर बिखेर कर लुटाया! इसी बिना पर फुक्हा की एक जमाअत कहती है की मिसरी व बादाम वगैरह का बिखेर कर लुटाना निकाह की ज्याफत मे मुस्तहब है!"_*
📕 *_मदारिजुन्नुबुवाह जिल्द २ सफा, नं 1२८_*
*✍🏻 _आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खाँ [रदि अल्लाहु तआला अन्हु] इरशाद फरमाते है........_*
* 💫 _"(निकाह के बाद) छुवारे (खजूर) हदीस शरीफ में लूटने का हुक़्म है और लुटाने में भी कोई हर्ज नही और येह हदीस "दारक़ुत्नी" व "बैहक़ी" व "तहावी" से मरवी है।_*
_📕 *अलमलफूज़, जिल्द नं 3, सफा नं 16*_
*_मालुम हुआ कि निकाह के बाद मिसरी व खजूर लुटाना चाहिए यानी लोगों पर बिखेरे, लेकीन लोगों को भी चाहिए कि वह अपनी जगह पर बैठे रहे और जिस क़दर उनके दामन में गिरे वह उठा ले ज़्यादा हासिल करने के लिए किसी पर न गिर पड़े।_*
🌺🌺 *_दुल्हन दुल्हा को मुबारक़बाद_* 🌺🌺
👉🏻 *_.... निकाह होने के बाद दुल्हे को उसके दोस्त व अहेबाब और दुल्हन को उसकी सहेलियॉ मुबारकबाद और बरकत की दुआ दे!_*
📚 *_[हदीस] हज़रत अबू ह़ुरैरा [रदिअल्लाहु तआला अन्हु] से रिवायत है। कि........_*
💫 *_"जब कोई शख़्स निकाह करता तो हुज़ूर ﷺ उसको मुबारक़बाद देते हुए उसके लिए दुआ फरमाते।_*
*: بارك الله لك ، وبارك عليك ، وجمع بينكما في خير*
✍🏻 *_[दुआ :-]... ब-र-कल्लाहो लका-व-ब-र-क-अलैका व जम-आ-बै-न-कुमा फी़ ख़ैर!_*
*_तर्जुमा :- अल्लाह तआला तुझे बरक़त दे और तुझ पर बरक़त नाज़िल फ़रमाए और तुम दोनों में भलाई रखे!_*
📕 *_तिर्मिज़ी शरीफ, जिल्द नं 1, सफा नं 557, अबूूदाऊद शरीफ, जिल्द नं 2, सफा नं 139_*
_*बाकी अगले पोस्ट में....*_
_*📮 जारी रहेगा इंशा'अल्लाह....*_
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
No comments:
Post a Comment