_*📕 करीना-ए-जिन्दगी भाग - 063 📕*_
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_*[शौहर के हुकुक़]*_
📚 *_हदीस : हजरत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रदी अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है की हुजुर ﷺ ने इर्शाद फरमाय.........._*
💫 *_"मुझे दोजख दिखाई गई मैने वहॉ औरतो को ज्यादा पाया वजह यह है के वह कुफ्र करती है!" सहाबा किराम ने अर्ज किया "क्या वह अल्लाह के साथ कुफ्र करती है?" इर्शाद फरमाया "नही वह शौहर की नाशुक्री करती है! (जो एक तरह का कुफ्र है) और एहसान नहीं मानती, अगर तुम किसी औरत से उम्र भर एहसान और नेकी का सुलुक करो लेकीन एक बात भी खिलाफे तबीयत हो जाए तो झट कह देंगी मैने तुझ से कभी आराम और सुकुन नही पाया!"_*
📕 *_[बुखारी शरीफ जिल्द १ बाब नं २१, हदीस नं २८ सफ नं १०९]_*
📚 *_हदीस : हजरत उमर फारुख रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है की हुजुर ﷺ ने इर्शाद फर्माया........._*
💫 *_"क्या तुमको नही मालुम की औरत के लिये शिर्क के बाद सब से बडा गुनाह शौहर की नाफर्मानी है!"_*
📕 *_[गुनीयातुत्तालेबीन बाब नं ५, सफ नं ११४]_*
📚 *_हदीस : हजरत अबु हुरैरा रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है के हुजुर ﷺ ने इर्शाद फर्माया........._*
💫 *_"शौहर अपनी बीवी को जिस वक्त बिस्तर पर बुलाए, और वह आने से इंकार कर दे, तो उस औरत पर खुदा के फरिश्ते सुबह तक लानत करते है!"_*
📕 *_[बुखारी शरीफ जिल्द ३ बाब नं ११५, हदीस नं १७८ सफ नं ९६, मुस्लीम शरीफ जिल्द १, सफ नं ४६४]_*
*_👉🏻 अफसोस! आज कल ज्यादा तर औरते अपने शौहर को बुरा भला कहती है, गालीयॉ देती है! और कुछ बेबाक औरते अपने शौहर को मारने से भी नही चुकती! कुछ मजे की खातीर बिमार शौहर को घर पर छोड कर दुनीयॉ की थोडी सी मस्ती की खातीर हमेशा हमेशा रहने वाली आखीरत की जिंदगी को बर्बाद कर बैठती है!_*
_*[बीवी के हुकुक़]*_
👉🏻 *_जिस तरह बीवी पर लाज़िम है कि शौहर के हुकूक़ अदा करे उसी तरह शौहर पर भी फ़र्ज़ है कि बीवी के हुकूक़ अदा करने में किसी किस्म की कोताही न करे।_*
💎 *_अल्लाह तआला इर्शाद फरमाता है......_*
*_وَعَاشِرُوهُنَّ بِالْمَعْرُوفِ ۚ_*
💎 *_तर्जुमा : और उनसे (औरतों से) अच्छा बर्ताव करो_*
📕 *_[तर्जुमा :- कुरआन कन्जुल ईमान, पारा 4, सूरए निसा, आयत नं 19,]_*
💫 *_शौहर पर बीवी की जो जिम्मेदारीयॉ आइद है इन सब मे एक बड़ी जिम्मेदारी यह भी है कि वह बीवी का महर अदा करे।_*
📚 *_हदीस : हुज़ूर ﷺ ने इर्शाद फर्माया......._*
💫 *_"निकाह की शर्त यानी महर अदा करने का सब से ज़्यादा खयालल रखो।_*
📕 *_[बुखारी शरीफ, जिल्द नं 3, सफा नं 80,]_*
👉🏻 *_बीवी का महर शौहर के ज़िम्मे अदा करना वाज़िब और जरुरी है! अगर उसके अदा करने मे कोताही होंगी तो क़ियामत के दिन सख़्त गिरिफ़्त सजा होंगी!_*
_*शौहर का अपनी बीवी को सताना, गालीयॉ देना, और उस पर जुल्म व ज्यादती करना बदतरीन गुनाह है!*_
📚 *_हदीस : रसूले ख़ुदा ﷺ ने इर्शाद फर्माया_*
💫 *_"सब से बुरा आदमी वह है जो अपनी बीवी को सताए।"_*
📕 *_[तबरानी शरीफ,]_*
📚 *_हदीस : हजरत अनस बिन मालीक रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है की हुजुर ए अकरम ﷺ ने इर्शाद फर्माया..........._*
💫 *_"वह शख्स कामील ईमान वाला है जो अपनी बीवी के साथ हुस्ने सुलुक मे अच्छा है! और मै तुम सब मे अपनी बीवीयों के साथ बेहतर सुलुक करने वाला हु!"_*
📕 *_[ तिर्मिज़ी शरीफ, जिल्द नं 1, बाब नं 789, हदीस नं 1161 सफा नं 595,]_*
💫 *_हजरत इमाम तिर्मीजी व हजरत इमाम इब्ने माजा रदी अल्लाहु तआला अन्हुम ने इन लफ्जो के साथ रसुले करीम ﷺ का इर्शाद नक्ल किया है, की........._*
*_خیر کم خیر کم لا ھبله وانا خير كم لاهلى_*
💫 *_"तुम मे वह बेहतर है जो अपनी बीवी के साथ बेहतर है और में अपनी बीवीयों के साथ तुम सब से बेहतर हूँ"।_*
✍🏻 *_बाकी अगले पोस्ट में..._*
📮 *_जारी है..._*
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