_*📕 करीना-ए-जिन्दगी भाग - 065 📕*_
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*_बीवी के गुलाम_*
👉🏻 *_आजकल अक्सर देखा जा रहा है की मर्द अपनी बीवी की इताअत (कहने पर चलना) करता है! और कुछ मर्द तो इसे अपनी शान समझते है! इसका तज्कीरा बडे पुरजोश अंदाज मे अपने यार दोस्तो को करते है! और कुछ तो अपनी बीवी से इस तरह खौफजदा रहते है के भरे मज्मे मे डॉंट चुप चाप सुनने मे ही अपनी खैरीयत समझते है!_*
💎 *_रब तबारक तआला इर्शाद फर्माता है.........._*
*_اَلرِّجَالُ قَوّٰمُوۡنَ عَلَی النِّسَآءِ بِمَا فَضَّلَ اللّٰہُ بَعۡضَہُمۡ عَلٰی بَعۡضٍ وَّ بِمَاۤ اَنۡفَقُوۡا مِنۡ اَمۡوَالِہِمۡ ؕ_*
*_📝तर्जुमा : मर्द अफ़सर है औरतों पर, इसलिये के अल्लाह ने इन मे एक को दुसरे पर फजीलत दी, और इसलिये के मर्दो ने इन पर अपने माल खर्च किये!_*
📕 *_[तर्जुमा कुरआन, कन्जुल ईमान सूर ए निसी, आयत नं 34,]_*
📚 *_हदीस :_* _*रसूलुल्लाह ﷺ* ने इर्शाद फर्माया........._
*_تعس عبدالزوجة_*
💫 *_"बीवी का ग़ुलाम बद बख़्त है_*
📕 *_[कीमीया ए सआ़दत, सफा नं 263,]_*
💫 *_इमाम ग़ज़ाली रदि अल्लाहु तआला अन्हु फर्माते है..........._*
💫 _*"बुजुर्गों ने फर्माया है औरतों से मशवरा करो लेकिन अ़मल उस के ख़िलाफ़ करो" (यानी ज़रूरी नही की औरत के हर मशवरे पर अ़मल किया जाए)*_
📕 *_[कीमीया ए सआ़दत, सफा नं 263,]_*
💫 *_और इमाम गजाली "इहया उल उलुम" मे हजरत हसन बसरी रदी अल्लाहु तआला अन्हु का कौल नक्ल फर्माते है......_*
💫 *_"जो शख्स अपनी बीवी का फर्माबरदार बना रहे, की वह जो चाहे करे तो अल्हाह तआला उसे दोजख मे औंधा गिरा देंगा"!_*
👉🏻 *_सद अफ़सोस! आज कल लोग औरत के बहकावे मे आकर ख़िलाफ़े शरीअ़त काम तक कर लेते है! कुछ तो औरत के इस क़द्र ग़ुलाम बन जाते है कि बीवी के कहने पर अपने माँ बाप को छोड़ देते है! अगर घर में किसी मुआमले मे झगड़ा हो जाए तो बीवी को समझाने के बजाए उल्टा अपने ही माँ बाप को झिड़कते है। और अपनी आख़िरत की बर्बादी का सामान अपने हाथों से जुटाते है! याद रखिए बीवी भले ही नाराज़ हो जाए लेकिन माँ बाप नाराज़ न होने पाए।_*
📚 *_हदीस : हज़रत अबू उमामा रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है कि हुजुर ﷺ ने इर्शाद फर्माया........._*
💫 *_"माँ बाप तेरी जन्नत भी है और दोज़ख भी"_*
📕 *_[इब्ने माज़ा शरीफ, जिल्द नं 2, बाब नं 621, हदीस नं 1456, सफा नं 395,]_*
👉🏻 *_इस हदीस का महफुम यह है कि तू अपने माँ बाप की फ़र्मांबरदारी करेगा तो जन्नत मे जाएगा और अगर नाफ़र्मानी करेगा तो दोज़ख मे जाकर सज़ा पाएगा।_*
📚 *_हदीस :_* _और मजीद फर्माते है *आक़ा ﷺ*....._
💫 *_"खुदा शिर्क और कुफ़्र के अलावा जिस गुनाह को चाहेगा बख़्श देगा मगर माँ बाप की नाफ़र्मानी को नही बख़्शेगा! बल्कि मौत से पहले दुनिया में भी सज़ा देगा।_*
_📕 *[बैहक़ी शरीफ,]*_
👉🏻 *_लिहाजा माँ बाप की फ़र्मांबरदारी को ही हमेशा अहमियत दे । औरत का भी फ़र्ज़ है कि वह अपने सास ससुर को अपने माँ बाप की ही तरह समझे! और उन से नेक सुलूक करे! साथ ही मर्द पर भी जिम्मेदारी है कि वह अपनी बीवी से अपने माँ बाप की इताअ़त करवाए।_*
📚 *_हदीस : हज़रत अब्दुल्लाह इब्ने अब्बास रदी अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है कि हुजुर ﷺ ने इर्शाद फरमाया......_*
💫 *_जब कोई फर्माबरदार लड़का अपने माँ बाप की तरफ मुहब्बत की नज़र से देखता है,तो अल्लाह तआला उस के लिए हर नज़र के बदले एक हज़्जे मक़बूल का सवाब लिखता है"। सहाब-ए-किराम, ने अर्ज किया----"या रसूलुल्लाह ! अगर कोई रोजाना सौ (100) देखे तो क्या उसे रोज़ाना सौ हज़ का सवाब मिलेगा"? नबी करीम ﷺ ने फर्माया.... हाँ! बेशक अल्लाह तआला बुजुर्ग व बरतर है उस को यह बात कुछ मुश्किल नही"।_*
📕 *_[बैहक़ी शरीफ,]_*
✍🏻 *_बाकी अगले पोस्ट में..._*
📮 *_जारी है..._*
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