_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 08)*_
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_*💦वुजू का बयान*_
_*🕋अल्लाह तआला फरमाता है कि*_
_*📝तर्जमा : - " ऐ ईमान वालो जब तुम नमाज़ पढ़ने का इरादा करो ( और वुजू न हो तो अपने मुँह और कोहनियों तक हाथों को धोओ और सरों का मसह करो और टखनों तक पाँव धोओ " ।*_
_*मुनासिब मालूम होता है कि अब वुजू की फजीलत में चन्द हदीसें लिखी जायें फिर उसी मुतअल्लिक अहकामे फिक्ही का बयान हो ।*_
_*📗हदीस न . 1 : - इमाम बुखारी और इमाम मुस्लिम ने हज़रते अबू हुरैरा रदियल्लाहु तआला अन्ह से रावी हुजूरे अकदस ﷺ इरशाद फरमाते हैं कि कियामत के दिन मेरी उम्मत इस हालत में बुलाई जायेगी कि मुँह , हाथ और पैर वुजू की वजह से चमकते होंगे तो जिस से हो सके चमक ज्यादा करे ।*_
_*📗हदीस न 2 : - सही मुस्लिम में हजरते अबू हुरैरा रदियल्लाहु तआला अन्हु से मरवी है कि हुजूर सय्यदे आलम ﷺ ने सहाबा से इरशाद फरमाया कि क्या मैं तुम्हे ऐसी चीज़ न बता दूं कि जिसके सबब अल्लाह तआला खतायें माफ कर दे और दर्जे बलंद करे । सहाबा ने अर्ज किया हाँ या रसूलल्लाह ! हुजूर ने फरमाया जिस वक़्त वुजू नगावार होता है उस वक़्त अच्छी तरह पूरा वुजू करना और मस्जिदों की तरफ ज्यादा जाना और एक नमाज के बाद दूसरी नमाज का इन्तेजार करना इसका सवाब ऐसा है जैसा काफिरों की सरहद पर इस्लामी शहरों की हिमायत के लिये घोड़ा बाँधने का सवाब है ।*_
_*📗हदीस न . 3 : - इमाम मालिक व नसई अब्दुल्लाह सनाबिही रदियल्लाहु तआला अन्हु से रावी रसूलुल्लाह ﷺ फरमाते हैं कि मुसलमान बन्दा जब वुजू करता है तो कुल्ली करने से उसके मुँह के गुनाह गिर जाते हैं और जब नाक में पानी डाल कर नाक साफ किया तो नाक के गुनाह निकल गये और जब मुँह धोया तो उसके चेहरे के गुनाह निकले यहाँ तक कि पलकों के निकले और जब हाथ धोये तो हाथों के गुनाह निकले यहाँ तक कि हाथों के नाखूनों से निकले और जब सर का मसह किया तो सर के गुनाह निकले यहाँ तक कि कानों से निकले और जब पाँव धोए तो पाँवों की खतायें निकलीं यहाँ तक कि नाखूनों से फिर उसका मस्जिद में जाना और नमाज इस पर ज्यादा ( सवाब ) है ।*_
_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 9/10*_
_*🤲 तालिबे दुआँ क़मर रज़ा ह़नफ़ी*_
_*📮जारी रहेगा.....*_
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