_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 29)*_
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_*💦वुजू तोड़ने वाली चीज़े का बयान ।*_
_*💫मसअला - नमाज वगैरा के इन्तिज़ार में कभी कभी नींद आ जाती है और नमाजी नींद को पू करना चाहता है तो कभी ऐसा गाफिल हो जाता है कि उस वक़्त जो बातें हुई उनकी उसे बिल्कुल खबर नहीं बल्कि दो तीन आवाजों में उसकी आँख खुली और अपने ख्याल में वह यह समझता है कि सोया न था तो उसके इस ख्याल का एअतिबार नहीं अगर कोई मोअतबर आदमी कहे कि तू गाफिल था यहाँ तक कि तू ऐसा गाफिल था कि तुझे पुकारा गया लेकिन तूने जवाब नही दिया या बातें पूछी जायें और वह न बता सके तो उस पर वुजू लाज़िम है ।*_
_*🌟फाइदा : - आम्बियाए किराम अलैहिमुस्सलाम के सोने से उनका वुजू नहीं टूटता उनकी आँखें सोती हैं और दिल जागते हैं नींद के अलावा दूसरी चीजों से नबियों के वुजू टूटते हैं या नहीं इस में इख्तिलाफ है । सही यह है कि वुजू जाता रहता है यह नजासत की वजह से नहीं बल्कि उनकी अज़मते शान की वजह से है कि उनके फुजलात तैय्यब और पाक हैं जिनका खाना पीना हमारे लिए हलाल और बरकत का सबब हैं ।*_
_*मसअला : - बेहोशी , जुनून , गशी और इतना नशा कि चलने में पाँव लड़खड़ायें इन चीजों से वुजू टूटता है ।*_
_*💫मसअला : - रुकूअ सजदे वाली नमाज़ में अगर बालिग आदमी इतनी जोर से हँसे कि आस पास वाले सुन लें तो वुजू टूट जायेगा और नमाज़ भी फासिद हो जायेगी और अगर इतनी जोर से हँसा कि खुद उसने ही सुना और आस पास वाले न सुन सकें तो वुजू नहीं जायेगा नमाज़ जाती रहेगी ।*_
_*💫मसअला : - और अगर मुस्कुराया कि दाँत निकले और आवाज़ बिल्कुल नहीं निकली तो उस से न तो नमाज़ जायेगी और न वुजू टूटेगा ।*_
मसअला : - मुबाशरते फाहिशा यानी मर्द आपने जकर ( लिंग ) को तुन्दी यानी तेजी की हालत में औरत की शर्मगाह या किसी मर्द की शर्मगाह से मिलाये या औरत औरत आपस मिलायें जब कि बीच में कोई कपड़ा वगैरा न हो तो इस से वुजू टूट जाता है ।
_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 24/25*_
_*📍बाकी अगले पोस्ट में*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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