_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 16)*_
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_*💦वुजू की सुन्नतें*_
_*💎मसअला : - जब सोकर उठे तो पहले हाथ धोये इस्तिन्जे से पहले भी और बाद भी कम से कम तीन - तीन बार दाहिने , बायें , ऊपर , नीचे के दाँतों में मिस्वाक करे और हर बार मिस्वाक को धो ले । मिस्वाक न तो बहुत सख्त हो न बहुत नर्म और मिस्वाक पीलू जैतून या नीम वगैरा कड़वी लकडी की हो , मेवे या खुश्बूदार फूल के पेड़ की न हो छंगुलिया के बराबर मोटी और ज्यादा से ज्यादा एक बालिश्त लम्बी हो और इतनी छोटी भी न हो कि मिस्वाक करने में परेशानी हो जो मिस्वाक एक बालिश्त से ज़्यादा हो उस पर शैतान बैठता है । मिस्वाक जब करने के काबिल न रहे तो उसे दफन कर देना चाहिए या किसी ऐसी जगह रख दे कि किसी नापाक जगह न गिरे क्यूँकि एक तो वह सुन्नत के अदा करने का ज़रिआ है इसलिये उसकी ताज़ीम चाहिए । दूसरे यह कि मुसलमानों के थूक को नापाक जगह गिरने से बचाना चाहिए इसीलिए पाख़ाने में थूकने को हमारे उलमा अच्छा नहीं समझते ।*_
_*💎मसअला : - मिस्वाक दाहिने हाथ से करना चाहिये और मिस्वाक इस तरह हाथ मे ली जाये कि छंगुलिया मिस्वाक के नीचे और बीच की तीन उंगलियाँ ऊपर और अँगूठा सिरे पर नीचे हो और मुट्ठी न बँधे ।*_
_*💎मसअला : - दाँतों की चौड़ाई में मिस्वाक करे लम्बाई में नहीं चित लेट कर मिस्वाक न करे ।*_
_*💎मसअला : - पहले दाहिने जानिब के ऊपर के दाँत मांझे फिर बाईं जानिब के ऊपर के दाँत फिर दाहिनी तरफ के नीचे के दाँत और फिर बाई तरफ के नीचे के ।*_
_*💎मसअला : - जब मिस्वाक करना हो तो उसे धो लें और मिस्वाक करने के बाद भी उसे धो डालें , ज़मीन पर पड़ी न ' छोड़ें बल्कि खड़ी रखें और उसे इस तरह खड़ी रखें कि उस के रेशे वाला हिस्सा ऊपर रहे ।*_
_*💎मसअला : - फिर तीन चुल्लू पानी से तीन कुल्लियाँ करे कि हर बार मुँह के अन्दर हर हिस्से पर पानी बह जाये और रोज़ादार न हो तो गरारा करे ।*_
_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 16*_
_*🤲🏻तालिबे दुआ-ए- मग़फिरत एडमिनस*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
_*📍बाकी अगले पोस्ट में*_
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