_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 91)*_
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_*🩸हैज़ के मसाइल*_
_*💫मसअला : - जिस औरत को न पहले हैज के दिन याद न यह याद कि किन तारीखों में आया था अब तीन दिन या ज्यादा खुन आकर बन्द हो गया फिर पाकी के पन्द्रह दिन पुरे न हए थे कि फिर खून जारी हुआ और हमेशा को जारी हो गया तो उसका वही हक्म है जैसे किसी को पहले पहल खून आया और हमेशा को जारी हो गया ऐसी हालत में दस दिन हैज के शुमार करे फिर बीस दिन तहारत के ।*_
_*💫मसअला : - जिसकी एक आदत मुकर्रर न हो कभी छः दिन हैज के हों और कभी सात दिन और अब जो खून आया तो बन्द होता ही नहीं तो उसके लिये नमाज़ रोजे के हक में कम मुद्दत यानी छ : दिन हैज के करार दिय जायेगा औरर सातवें रोज नहा कर नमाज पढ़ें और रोजे रखे मगर सात दिन पूरे होने के बाद फिर नहाने का हुक्म है और सातवें दिन जो फर्ज रोज़ा रखा है उसकी कजा करे और इद्दत गुजारने या शौहर के पास रहने के बारे में ज्यादा मुददत यानी सात दिन हैज के माने जायेंगें यानी सातवें दिन उससे हमबिस्तरी जाइज नहीं ।*_
_*💫मसअला : - किसी को एक दो दिन खून आकर बन्द हो गया और दस दिन पूरे न हुए कि फिर खुन आया और दसवें दिन बन्द हो गया तो यह दसों दिन हैज के हैं और अगर दस दिन के बाद भी जारी रहा तो अगर आदत पहले की मालूम हो तो आदत के दिनों में हैज है और बाकी इस्तिहाजा नहीं तो दस दिन हैज़ के और बाकी इस्तिहाजा ।*_
_*💫मसअला : - किसी की आदत थी कि फूलाँ तारीख में हैज़ हो अब उससे एक दिन पहले खून आकर बन्द हो गया फिर दस दिन तक नहीं आया और ग्यारहवें दिन फिर आ गया तो खून न आने के जो यह दस दिन हैं उनमें से अपनी आदत के बराबर हैज करार दे और अगर तारीख तो मुकर्रर थी मगर हैज के दिन मुकर्रर न थे तो यह दसों दिन खून न आने के हैज़ हैं यानी खून न आने के जो दस दिन हैं वह हैज़ के दिन हैं ।*_
_*💫मसअला : - जिस औरत को तीन दिन से कम खून आ कर बन्द हो गया और पन्द्रह दिन पूरे न हुये फिर आ गया तो पहली बार जब से खून आना शुरू हुआ है हैज़ है अब अगर उसकी कोई आदत है तो आदत के बराबर हैज़ के दिन शुमार कर ले वर्ना शुरू से दस दिन तक हैज और पिछली बार का खून इस्तिहाज़ा होगा ।*_
_*💫मसअला : - किसी को पूरे तीन दिन रात खून आकर बन्द हो गया और उसकी आदत इस से ज्यादा की थी फिर तीन दिन रात के बाद सफेद रतूबत आदत के दिनों तक आती रही तो उस के लिए सिर्फ तीन ही दिन रात हैज़ के हैं और आदत बदल गई ।*_
_*💫मसअला : - तीन दिन रात से कम खून आया फिर पन्द्रह दिन तक पाक रही फिर तीन दिन रात से कम आया तो न पहली बार का हैज़ है और न यह , बल्कि दोनों इस्तिहाज़ा हैं ।*_
_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 70/71*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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