_*बहारे शरीअत, हिस्सा- 02 (पोस्ट न. 20)*_
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_*💦वुजू की दुआये*_
_*वुजू में जो दुआयें पढ़ी जाती हैं उनका पढ़ना मुस्तहब है नीचे मुस्तहब दुआयें लिखी जाती हैं ।*_
_*1 . वुजू करते वक़्त बिस्मिल्लाह शरीफ़ पढ़ें ।*_
_*📝तर्जमा : - " अल्लाह के नाम से शूरू जो बहुत मेहरबन रहमत वाला ।" और दूरूद शरीफ पढ़े ।*_
_*अल्लाह हुम्म सल्लि अला सय्यदिना व मौलाना मुहम्मदिव व आलिही व असहाबिही अजमईन ।*_
_*📝तर्जमा : - “ ऐ अल्लाह तू रहमत नाज़िल फ़रमा हमारे सरदार और हमारे मौला मुहम्मद ( सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ) पर और उनकी आल , असहाब सब पर ।*_
_*2 दूसरा कलिमा पढ़े और बिस्मिल्लाह , दुरूद शरीफ और यह कलिमा हाथ धोते वक़्त पढ़ना मुस्तहब है दूसरा कलिमा यह है:- अश्हदु अल लाइलाह इल्लल्लाहु वहदहू ला शरीका लहू व अश्हदु अन्न सय्यदिना मुहम्मदन अब्दुहू व रसूलुहू ।_*
_*📝तर्जमा : - " मैं गवाही देता हूँ कि अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं वह अकेला है उसका कोई शरीक नहीं और गवाही देता हूँ कि हमारे सरदार मुहम्मद ( सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ) उसके बन्दे और रसूल हैं ।*_
_*3 . कुल्ली करते वक़्त यह दुआ पढ़ें :- अल्लाहुम्मा अइन्नी अला तिलावतिलकुर्आनि व . जिकरिका व शुक्रिका व हुस्नि इबादतिका ।*_
_*📝तर्जमा : - " ऐ अल्लाह तू मेरी मदद कर कि कुर्आन की तिलावत और तेरा ज़िक्र और शुक करूँ और तेरी अच्छी इबादत करूँ ।*_
_*4 . नाक में पानी डालते वक़्त यह दुआ पढ़े : - अल्लाहुम्मा अरिहनी राइहतलेजन्नति वला तुरिहनी राइहतन्नारि ।*_
_*📝तर्जमा : - " ऐ अल्लाए तू मुझे जन्नत की खुशबू सुंघा और जहन्नम की बू से बचा ।*_
_*5 . और मुँह धोते वक़्त यह दुआ पढ़े : - अल्लाहुम्म बय्यिद वजही यौमा तबयदु वजूहून व तसवदु वजूहुन ।*_
_*📝तर्जमा : - " ऐ अल्लाह तू मेरे चेहरे को उजला कर , जिस दिन कि कुछ मुँह सफेद होंगे और कुछ सियाह होंगे ।*_
_*6 . सीधा हाथ धोते वक़्त यह हुआ पढ़े : - " अल्लाहुम्म अअतिनी किताबी बियमीनी व हासिबनी हिसाबन यसीरन " ।*_
_*📝तर्जमा : - " ऐ अल्लाह मेरा नामए आमाल दाहिने हाथ में दे और मुझ से आसान हिसाब कर ।*_
_*7. बायाँ हाथ धोते वक़्त यह दुआ पढ़े : - अल्लाहुम्म ला तुअतिनी किताबी बिशिमाली वला मिन वराइ जहरी ।*_
_*📝तर्जमा : - “ ऐ अल्लाह मेरा नामए आमाल न बायें हाथ में दे और न पीठ के पीछे से " ।*_
_*8. सर का मसह करते वक़्त यह दुआ पढ़े : - अल्लाहुम्म अजिल्लनी तहता अर्शिका यौमा ला ज़िल्ल इल्ला जिल्ल अर्शिका ।*_
_*📝तर्जमा : - “ ऐ अल्लाह तू मुझे अपने अर्श के साये के साये में रख जिस दिन तेरे अर्श के साए के सिवा कहीं साया न होगा ।*_
_*📕बहारे शरिअत हिस्सा 2, सफा 18/19*_
_*🤲🏻तालिबे दुआ-ए- मग़फिरत एडमिनस*_
_*📍 बाकि अगले पोस्ट में।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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