_*📑असबाक -ए- इबरत ( पोस्ट न. 08)*_
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_*🌀होशियार कौन ?*_
_*📝हज़रत अब्दुल्लाह इब्ने उमर रदिअल्लाहु तआला अन्हुमा से मरवी है कि मैं दसवाँ शख्स था जो हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम की मजलिस में हाज़िर था , एक अन्सारी जवान ने पुछा या रसूलल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलै - क वसल्लम ! सबसे ज़्यादा बा - इज्जत और होशियार कौन है ? आप ने फ़रमाया जो मौत को बहुत याद करता है और उसके लिए ज़बरदस्त तैयारी करता है वह होशियार है और ऐसे ही लोग दुनिया और आख़िरत में बा - इज्जत होते हैं ।*_
_*(📕 सुनने इब्ने माजा )*_
_*✨एक मरतबा हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम मस्जिद की तरफ़ तशरीफ़ ले जा रहे थे कि आप ने ऐसी जमाअत को देखा जो हँस - हँस कर बातें कर रहे थे , आप ने फ़रमाया मौत को याद करो , रब्बे जुल्जलाल की कसम जिसके कब्ज़ा - ए कुदरत में मेरी जान है , जो मैं जानता हूँ अगर वह तुम्हें मालूम हो जाए तो कम हँसों और ज्यादा रोओ ।*_
_*(📕 एहया - उल - उलूम )*_
_*📕 असबाक -ए- इबरत , सफा , 11/12*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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_*मुसन्निफ़ :✍🏻 मौलाना हाफ़िज़ तौहीद अह़मद खाँ रज़वी*_
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